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जर्मनी ने ऐसा क्या किया कोरोना को लेकर…. क्या भारत भी कर सकता है ऐसा !

कोरोना वायरस ने समस्त विश्व को अपने घुटनों पर ला खड़ा किया है।चीन के वुहान शहर से निकले इस वायरस ने अब तक हजारों लोगों को काल के गाल में समा दिया है। कई सारे देश इससे त्रस्त हैं और इस रोग को गुप्त रखने का हरसंभव प्रयाश कर रही है।शायद इसलिए ताकि वहां रह रहे लोग इससे डरे नहीं बल्कि सतर्कता बरते ,क्योंकि इस वायरस ने बहुत से लोगो को अपने चपेट में ले लिया है।चीन से निकले इस वायरस ने सबसे ज्यादा कोहराम इटली में मचाया है। इटली में 24 घंटे के अंदर 627 मौतें हुई है। पूरा देश इस सदमे को मिलकर झेल रहा है जहां से यह वायरस निकला था यानी कि चीन। वहां अब स्थिति पहले से बेहतर है। तो आखिर इटली की यह स्थिति क्यों हुई? इसके पीछे क्या वजह थी? अगर रिपोर्ट्स कि माने तो इटली ने शुरुआती रोकथाम के कदम नहीं उठाये जो समय रहते उसे उठाने चाहिए थे। लोग सोचते रहे कि हमारे यहां टेंपरेचर ज्यादा है और क्लाइमेट ठीक है तो यहां कोरोना नहीं आएगा। लेकिन इसके विपरीत कोरोना वहां पहुंचा।
जर्मनी से वायरल वीडियो 
जर्मनी से एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में एक भारतीय नागरिक है। जो जर्मनी की हालातों को बता रहा है और साथ ही यह भी बता रहा है कि इससे जर्मनी कैसे लड़ रहा है। इस वीडियो में लड़का साफ साफ कहता दिख रहा है कि जब तक हमारे पास खाने के सामान खत्म नहीं हो रहे हैं। तब तक लोग अपने घर से बाहर निकल ही नहीं रहे यानी कि अपने घर में ही रहते हैं। और यह उनके… प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर जनता कर्फ्यू लगाया गया है। यह जनता कर्फ्यू ठीक जर्मनी के उस तरीके जैसा ही है। जिसमें जब तक ज्यादा से ज्यादा जरूरत ना हो तब तक आप अपने घरों से बाहर ना निकले और यह सिर्फ 1 दिन के लिए नहीं है। यह आपको तब तक लगातार करना पड़ेगा जब तक कि कोरोनावायरस पूरी तरीके से धरती से नष्ट नहीं हो जाता। 
 रिसर्च एंड मेडिकल साइंस की एक रिपोर्ट की मानें तो भारत में अभी तक कोरोनावायरस संपूर्ण रूपेण आया ही नहीं। यानी कि अभी तक यह अपने फाइनल स्टेज पर नहीं पहुंचा है।वहीं अगर जो ईरान और इटली की बात करें और उससे भारत की तुलना करें तो आप साफ तौर पर देख सकते हैं कि पहले सप्ताह और दूसरे सप्ताह में हुई मौतों में ज्यादा अंतर नहीं है। इन देशों में कोरोना का कहर तीसरे और चौथे सप्ताह में अपने चरम सिमा पर पहुँच गयी।भारत में अभी स्तिथि ठीक -ठाक है पर अगर हमने अभी से रोकथाम लेने शुरू नहीं किए तो आगे स्थितियां और भी गंभीर हो सकती हैं। क्योंकि इससे बचने के लिए ना तो सरकार के पास कोई उपाय है और ना सरकार ने ऐसी तैयारियां कर रखी हैं कि हजारों की तादाद में जब लोग कोरोना के शिकार हो जाए तो उनको अलग  किया जा सके या उनको अलग से रखा जा सके।
 तो अगर यह में कोरोना से लड़ना है तो हमें खुद जागरूक होना पड़ेगा जैसे जर्मनी ने किया है ,जर्मनी में लोग हफ्ते भर के सामान एक ही साथ लाकर रख लेते हैं। उसके बाद वह घर से बाहर तब तक नहीं निकालते हैं। जब तक उनके पास वह खाने-पीने का सामान खत्म ना हो जाए। अगर जो कोरोना को हराना है तो हमें भी कुछ ऐसा ही करना होगा। क्योंकि संक्रमण को रोकने का सबसे अच्छा उपाय है कि हम लोगों से दूरी बनाए। 
फाइनल टेक  
WHO कि एक रिपोर्ट कहती है कि इसमें कम से कम 200 से 300 मिलियन भारतीयों को संक्रमण हो सकता है। तो समझिए जाने कितनी जाएगी? इतनी बड़ी जनसंख्या वाले देश में ऐसे माहौल को संभालना बहुत ही मुश्किल होगा। इससे पहले भी हम ही देख चुके हैं। इससे पहले जब इन्फ्लून्जा फैला था तब तकरीबन दो करोड़ भारतीयों की मौत हुई थी।  तो सतर्क रहिए, सावधान रहिए ताकि आप अपने साथ -साथ अपने समाज और अपने आसपास के लोगों को भी सुरक्षित रख पाए। 

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