उत्तरप्रदेश के हाथरस Gangrape के बाद अब मध्यप्रदेश के खरगोन में नाबालिग को अगवा कर किया Gangrape
उत्तरप्रदेश के हाथरस gangrape के बाद अब मध्यप्रदेश के खरगोन में नाबालिग को अगवा कर किया gangrape
- खरगोन : नाबालिग बेटी के साथ गैंगरेप, 3 दरिंदों ने अगवा कर वारदात को दिया अंजाम
- कल हुई थी उत्तरप्रदेश के हाथरस में गैंगरेप और अब 24 घंटे में उसी तरह का मामला मध्यप्रदेश के खरगौन ज़िले से सामने आया है
- मध्यप्रदेश में हर घंटे 3 लड़कियों का होता है रेप ,अब किसान आत्महत्या की तरह NCB का डाटा छुपाया जाता है
द लोकनीति डेस्क भोपाल
आज पूरा देश इस बात को लेकर हैरान है कि हम भारतीय मीडिया में क्या देखें ,सुशांत मर्डर मिस्ट्री या किसान आंदोलन ,उत्तरप्रदेश के हाथरस गैंगरेप कांड ,
या फिर मध्यप्रदेश के खरगौन जिले का नाबालिक से गैंगरेप कांड। अभी नेशनल मीडिया में इस ख़बर को कवरेज़ करने में समय लगेगा क्योंकि मीडिया ड्रग्स की क्वालिटी बताने में व्यस्त है। उसके पास इन फालतू चीजों को लेकर समय नहीं है। वह केवल बीच के विज्ञापन में किसी बाबा का विज्ञापन दिखा देगा जिससे देश आत्मनिर्भर बन जाएगा। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि सरकार और समाज में बैठे हुए लोग ऐसे जघन्य अपराध को लेकर कब गंभीर होंगे यदि नहीं हो सकते तो इस देश की संस्कृति से बेटियों को देवी मानना छोड़ दे क्योंकि विदेशो में नहीं माना जाता है और वहाँ इतने बलात्कार भी नहीं होते।
उत्तरप्रदेश हो या मध्यप्रदेश नहीं थम रहे बलात्कार के मामले
खरगोन गैंगरेप कांड : मध्यप्रदेश एक बार फिर से शर्मसार हुआ है। यहां खरगोन जिले में एक नाबालिग के साथ 3 दरिंदों ने अगवा कर उसके साथ बारी-बारी से रेप किया। इसके बाद उसे लावारिश हालत में छोड़कर वहां से फरार हो गए। घर पहुंचने पर पीड़िता ने मामले की जानकारी परिजनों को दी। शिकायत सुनने के बाद झिरन्या थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
यह घटना झिरन्या थानाक्षेत्र के मारूगढ़ की है। बताया जा रहा है कि नाबालिग लड़की खेत गई थी। इस दौरान 3 आरोपियों ने नाबालिग को पकड़कर सूनसान जगह में ले गए। जहां तीनों ने उसके साथ दरिंदगी की। गैंगरेप की वारदात से ग्रामीणों में जबरदस्त गुस्सा है।
उत्तरप्रदेश हाथरस गैंगरेप कांड :
दो सप्ताह पहले उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में गैंगरेप का शिकार हुई उनकी बेटी अस्पताल में वेंटीलेटर पर है। उसकी जीभ काट दी गई थी। रीढ़ की हड्डी टूटी हुई है। जिस्म पर कई गहरे जख्म हैं। दुपट्टे से उसका गला घोटा गया और उसे मरा जानकर छोड़ा गया।
उसके पास अभी कोई नहीं है। उसका छोटा भाई जो पिछले दो सप्ताह से उसकी देखभाल कर रहा है, दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ गया है, जो ये देखने आए थे कि परिवार को अस्पताल में सुरक्षा मिली है या नहीं। पिता दीवार से कमर टिकाए गुमसुम बैठे हैं। लोग उनसे क्या कह रहे हैं इसका उन्हें बहुत ज्यादा होश नहीं है। मैं उनसे बात करने की कोशिश करती हूं तो वो कहते हैं कि मैं बहुत बोल नहीं पाऊंगा। मैं उनके पास ही बैठ जाती हूं।
कुछ देर बाद वो बोलना शुरू करते हैं। बेटी का नाम आते ही फफक पड़ते हैं। चेहरा मास्क से ढका था, आंखों में दर्द और डर साफ नजर आ रहा था। वो कहते हैं, 'ये लोग गांव के ठाकुर हैं। ये लोग मेरी बेटी से दरिंदगी करने से पहले मेरे पिता से भी मारपीट कर चुके हैं। उनकी उंगलियां तक काट दी थी। इनकी मानसिकता पहले से ऐसी ही है। ये हमें डराते-धमकाते रहते थे, हम हमेशा बर्दाश्त करते और सोचते कि चलो जाने दो। अब इन्होंने हमारी बेटी के साथ ऐसा अत्याचार किया है।'
इस मामले को लेकर भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री योगी से बात की और दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने को कहा
- मोदी ने योगी से कहा- दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें, सरकार ने 3 सदस्यों की एसआईटी बनाकर 7 दिन में रिपोर्ट देने को कहा
- परिजन बोले, पुलिस अब कह रही है कि उसकी जीभ नहीं कटी थी, रीढ़ की हड्डी नहीं टूटी थी, पुलिस इस मामले को निपटा देना चाहती है, पुलिस हमारे साथ भी कुछ भी कर सकती थी
- भाई ने कहा- हम किसी तरह गांव में गुजारा कर रहे थे, भैंस पाल कर अपना खर्च चला रहे थे, पुलिस ने गांव में रहने का रास्ता भी बंद कर दिया है, हमें अब यहां से जाना पड़ेगा
पुलिस जांच के लिए घटना स्थल पर पहुंची और शिकायत दर्ज की गई। इसमें शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तलाश जारी है।
यह घटना यूपी के हाथरस की एक युवती की मौत के जैसे दुखद है, जिसमें दो सप्ताह पहले उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था । कई फ्रैक्चर, लकवा और जीभ में घाव होने के बाद मंगलवार को दिल्ली के एक अस्पताल में उसकी मौत हो गई। उसके भयानक हमले ने 2012 के निर्भया गैंगरेप मामले में समानताएं बढ़ा दीं।