ट्रैफिक पुलिस अब एमपी में लेजर गन लगाएगी गाड़ियों की रफ्तार और मौत पर ब्रेक,जानिए क्या कहना है अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक का।
- सड़क दुर्घटना के कारण लगातार बढ़ता जा रहा है मौतों का आंकड़ा।
- तेज रफ़्तार से वाहन चलाने वालों पर होगी कानूनी कार्यवाई।
मध्यप्रदेश/भोपाल :- मध्यप्रदेश में आए दिन सड़क हादसे होते रहते है और लगातार यह हादसे बढ़ते ही जा रहे है। जिस पर प्रशासन ने देखा कि सड़क दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा एक्सीडेंट से मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा मौतें हुई है। इसके लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीटीआरआई डी.सी. सागर ने कहा सड़क दुर्घटना रोकने के लिये तेज गति से वाहन चलाने वालों की आदतों में सुधार लाना आवश्यक है.वाहनों की गति को स्पीड लेजर गन से मापा जायेगा।
मध्यप्रदेश में मौतों का आंकड़ा रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस नया प्रयोग करेगी।स्पीड लेजर गन के जरिए 100 मीटर तक की दूरी से वाहन की गति, प्रकार और वाहन का नंबर लेजर पता किया जा सकता है. तेज गति से वाहन चलाने वालों के विरुद्ध कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार एमपी में 2018 में कुल 51397 दुर्घटनाओं में 10706 लोगों की मौत हुई थी. जबकि 54662 लोग घायल हुए थे. 2019 में 50669 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं जिसमें 11249 लोगों की मौत हुई थी. जबकि 52816 लोग घायल हुए थे. 2020 में दुर्घटनाओं में कमी आई और इस साल 45266 सड़क हादसे हुए और इनमें 11141 लोगों की मौत हुई जबकि 46465 लोग घायल हो गए.
लेकिन 1 मार्च 2021 से 31 मई 2021 तक कुल 10081 सड़क हादसे हुए. इन हादसों में सबसे ज्यादा 2840 लोगों की मौत हुई, जबकि 9950 लोग घायल हो गए। देखना यह है कि पुलिस का ये नया प्रयोग कितना कारगर है या फिर कितने दिनों तक चलता है।