केंद्रीय नीतियों के खिलाफ ट्रेड यूनियन ने किया "भारत बंद" का ऐलान
केंद्रीय नीतियों के खिलाफ ट्रेड यूनियन ने किया “भारत बंद” का ऐलान
द लोकनीति डेस्क:गरिमा श्रीवास्तव
केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ आज पूरे देश भर के किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसानों की यह लड़ाई अब दिल्ली तक आ पहुंची है। वहीँ ट्रेड यूनियन ने आज भारत बंद का ऐलान किया है।
भारतीय मजदूर संघ को छोड़कर तक केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने गुरुवार को सरकारी नीतियों के विरोध में एक दिवसीय हड़ताल बुलाई…
भिलाई में प्लांट गेटों पर प्रदर्शन किया जा रहा है। कर्मचारियों को अंदर जाने से रोका जा रहा है .10 ट्रेड यूनियन इस हड़ताल में शामिल हैं। ट्रेड यूनियन श्रम कानून में सरकार से बदलाव की मांग कर रही है
आज के दिन ही पूरे देश भर के किसान आंदोलन पर उतरे हैं..
दिल्ली यूपी हरियाणा सीमा पर आज पुलिस प्रशासन की सख्त पहरेदारी है। पुलिस के साथ साथ BSF के जवान भी सीमा पर तैनात हैं। पुलिस ने पहले से ही सीमा पर बैरिकेडिंग की हुई है.सिंधु बॉर्डर पर पुलिस के अलावा BSF की बड़ी टीम तैनात है।
प्रशासन ने तैयारी कुछ इस तरह बनाई है जैसे किसान नहीं आतंकवादी आ रहे हैं। सीमा पर सीमेंटेड बैरिकेड रखे गए हैं। ऐसा इसीलिए किया गया है कि अगर किसान काबू से बाहर होंगे तो सीमेंटेड बैरिकेड से नाकेबंदी की जाएगी।
किसान यह आंदोलन इसीलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि इस कानून से MSP समाप्त हो जायेगा। जबकि केंद्र सरकार यह बार बार समझने की कोशिश कर रही है कि किसानों को इससे डरने की जरुरत नहीं है।
पंजाब में इस आंदोलन को लेकर जिस तरह से ट्रेन रोकी गई हैं उसमे 2200 करोड़ रूपए का रेलवे को नुकसान हुआ है.किसान ट्रक में 4 महीने का सामान भरकर आंदोलन करने के लिए दिल्ली कूच कर रहे हैं।