सभी खबरें

तीन और ग्रामीणों की जहरीली शराब पीने से मौत, पुलिस-प्रशासन की बड़ी लापवाही, भोपाल से SIT पहुंची मुरैना

मध्यप्रदेश/मुरैना – मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में जहरीली शराब पीने से मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा हैं। गुरुवार को भी 3 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जिसके बाद मरने वालों की संख्या अब 24 पर पहुंच गई हैं। बताया जा रहा है कि जिन लाेगाें ने गुरुवार की सुबह दम ताेड़ा है, उन्होंने बुधवार की शाम काे खेताें में लावारिस पड़ी जहरीली शराब काे पिया था। जिसके बाद रात में ही उनकी तबीयत बिगड़ी और सुबह मुरैना जिला अस्पताल में दम ताेड़ दिया। इसके अलावा अभी कई लोग जिला अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। घटना से भोपाल से लेकर दिल्ली तक हडकंप मचा हुआ हैं। 

भोपाल से विशेष जांच दल (SIT) पहुंची मुरैना 

इधर, भोपाल से विशेष जांच दल (SIT) मुरैना पहुंचा और पीड़ित परिवारों, अस्पताल में भर्ती मरीजों के अलावा पूर्व कलेक्टर व पूर्व पुलिस अधीक्षक से भी पूछताछ की। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने जाँच टीम के साथ प्रभावित गाँव का दौरा किया। एडीजीपी पुलिस मुख्यालय ए सांई मनोहर और उप पुलिस महानिरीक्षक (ट्रेनिंग) मिथलेश शुक्ला के साथ टीम ने करीब एक घंटे तक मुरैना रेस्ट हाउस में हटाए गए कलेक्टर अनुराग वर्मा व एसपी अनुराग सुजानिया से पूछताछ की। टीम ने मानपुर गांव का निरीक्षण कर लोगों से बात की।

जांच टीम को दें शराब बनाने, बेचने वालों की जानकारी, गुप्त रहेगा नाम : 

मानपुर में 2 मृतको के परिजन से मुलाकात के दौरान अपर मुख्य सचिव राजौरा ने पीड़ितों के परिजन से कहा कि इस क्षेत्र में चल रहे अवैध शराब के कारोबार से जुड़ी कोई भी जानकारी, जैसे अवैध शराब कौन बनाता है, बेचता कौन है, कौन-कौन इस जहर के कारोबार में शामिल हैं, हमें बता सकते हैं। मुरैना स्थित रेस्ट हाउस पर आकर आप इसकी जानकारी हमें देकर जांच में मदद करें, आपका नाम भी उजागर नहीं होगा। 

बड़ा सवाल

तीन दिन से माैताें का सिलसिला चल रहा है लेकिन पुलिस और प्रशासन ने खेत, खलिहान और तालाबाें में छिपाकर रखी गई शराब को नहीं ढूंढा। यही वजह है कि तीन और ग्रामीणों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई।

दबिश देकर अवैध शराब और ओपी जब्त की

पुलिस ने गुरुवार को दबिश देकर तालाब से भारी मात्रा में अवैध शराब और ओपी जब्त की। मालूम हो कि 22 लोग अभी भी मुरैना और ग्वालियर के अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें आठ मुरैना जिला अस्पताल और 14 ग्वालियर के जेएएच में भर्ती हैं।

इधर, जांच टीम की रिपोर्ट के बाद बड़ी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही हैं। 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button