दिल्ली तक पहुंचा मामला, इस स्टेशन पर श्रमिक ट्रेन में बांट दिया गया फफूंद लगा खाना आईआरसीटीसी ने ठेका किया निरस्त
मध्यप्रदेश /जबलपुर(Jabalpur) -: श्रमिक एक्सप्रेस में फफूंद लगा खाना बांटने का मामला सामने आने के बाद रेलवे के कैंटीन संचालक इब्राहिम एंड संस का आईआरसीटीसी(IRCTC) ने ठेका को निरस्त कर दिया है। इब्राहिम एंड संस को आईआरसीटीसी ने 19 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में भोजन बाटने का ठेका दिया था। काम में लापरवाही तथा फफूंद लगा खाना बाटने के मामले के बाद आईआरसीटीसी ने यह कार्रवाई की।कहा जा रहा है की रेलवे के वाणिज्य विभाग ने भी अगले आदेश तक इब्राहिम एंड संस का किसी प्रकार की खाद्य सामग्री बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके पहले जबलपुर रेल मंडल के कमर्शियल विभाग ने ठेकेदार को नोटिस भी जारी किया गया था। अब ऐसा माना जा रहा है कि इब्राहिम एंड संस पर बड़ा जुर्माना भी ठोंका जा सकता है। रेलवे की फूड विभाग ने खराब खाने के सैंपल में कुछ और गड़बड़ियाँ भी निकलती है तो संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मन माने अंदाज़ से दिया जाता था भोजन
आईआरसीटीसी ने कहा कि इब्राहिम एंड संस को प्रत्येक श्रमिकों 5 रोटी, सब्जी, अचार, दो केले एवं एक केक का पैकेट दिए जाने का ठेका दिया गया था। परन्तु ठेकेदार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन में काम खाना बाटा जा रहे था इतना ही नहीं उनकी संख्या भी कम थी।
यह था है मामला
मुंबई से पटना की ओर जा रही श्रमिक एक्सप्रेस क्रमांक 01837 जबलपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन के रुकने के बाद कैंटीन संचालक के विभिन्न कोचों में खाना बटा गया। इसके बाद ट्रेन में सवार श्रमिकों ने हंगामा शुरू कर दिया। श्रमिकों ने जब खाने के पैकेट खोलें तो खाने में फफूंद लगी हुई थी तथा गंध मार रहा था। रेलवे के अफसरों को इसकी जानकारी लगी तो मामले को दबाने कि कोसिस की। उसके बाद ट्रेन में चिप्स और बिस्किट के पैकेट बाटे गए और ट्रेन को रवाना किया गया
जांच के बाद दोषियों पर हो कार्रवाई
अब श्रमिक स्पेशल ट्रेन में ख़राब भोजन बांटने के मामले में एनएसयूआई(NSUI) ने मोर्चा खोल दिया है। एनएसयूआई के प्रदेश सचिव राहुल रजक(Rahul rajk) समेत अन्य लोग डीआरएम(DRM) कार्यालय पहुंचे। परन्तु वहां किसी ने उनकी बात नहीं सुनी ,साथ में जिला महासचिव अमित द्विवेदी(Amit dwivedi) का आरोप है कि जब वे डीआरएम कार्यालय ज्ञापन गए थे तो डीआरएम की अनुपस्थिति में कोई भी अधिकारी उनका ज्ञापन लेने तैयार नहीं हुआ। उसके बाद उन्होंने उप स्टेशन मास्टर वाणिज्य को डीआरएम के नाम का ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से ख़राब भोजन बांटने वाले तथा इस कार्य में लिप्त अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।