New Delhi :- टिकटों की कालाबाज़ारी कर करते थे टेरर फंडिंग , दुबई में बैठा है मुखिया

- आरपीएफ ने किया पर्दाफ़ाश
- बांग्लादेश से करवाते थे अवैध घुसपैठ
New Delhi , Gautam :- अवैध सॉफ्टवेयर के माध्यम से तत्काल श्रेणी (Tatkal Tickets) के रेल टिकटों की कालाबाज़ारी करने वालों के खिलाफ अभियान में रेल सुरक्षा बल (RPF) ने अंतर्राष्ट्रीय अपराधियों का एक ऐसे गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है , जो क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) एवं हवाला के माध्यम से पैसा विदेश भेजकर उसका इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने के लिए करता है।
क्या है पूरा मामला
आरपीएफ महादिनेशक अरूण कुमार के अनुसार एक ऐसे गिरोह का पर्दाफ़ाश किया गया है जो रेल टिकटों (Rail Ticket) की कालाबाज़ारी करता था । इन से कमाए गए पैसों का उपयोग वे लोग टेरर फंडिंग(Terror Funding) के लिए करते थे। एक संवाददाता सम्मलेन को सम्बोधित करते हुए अरूण कुमार ने बताया कि इसमें 24 लोग शामिल थे। जिनमे से एक सरगना था बाकी गिरोह के सदस्य थे। बताया गया कि उनके पास उन्नत तकनीक(New Technology) उपलब्ध था।
20 हज़ार से अधिक एजेंट
इस गिरोह में 20 हज़ार से अधिक एजेंटों वाले 200 से 300 पैनल देश भर में सक्रिय हैं और उनका सरगना हामिद अशरफ खुद दुबई से इस गिरोह को संचालित कर रहा था। हामिद अशरफ पाकिस्तान के संदिग्ध एवं विवादास्पद संगठन तब्लीक ए ज़मात से जुड़ा हुआ है। इसके साथ-साथ बेंगलुरु की एक सॉफ्टवेयर कंपनी भी साझीदार है और गुरूजी के नाम से मशहूर एक आईटी एक्सपर्ट भी इनसे जुड़ा हुआ था।
अशरफ बम काण्ड में भी था शामिल
बताया गया है कि अशरफ एक सॉफ्टवेयर डेवलपर (Software Developer) भी है। यह वर्ष 2009 में उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक स्कूल में हुए बम कांड (Bomb Blast) में शामिल था। सूत्रों के अनुसार यह गिरोह टिकटों की कालाबाज़ारी से हर महीने दस से पंद्रह करोड़ रूपये तक कमाता था।
घुसपैठ में भी है हाथ
अरुण कुमार ने बताया कि टिकटों की कालाबाज़ारी करने वाले इस गिरोह के एक प्रमुख सदस्य मुस्तफा को इसी महीने भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया गया था। उसी से पूछताछ में इस पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ था। इस गिरोह के पास फ़र्ज़ी आधार कार्ड एवं फ़र्ज़ी पैन कार्ड बनाने के लिए जरूरी तकनीक भी उपलब्ध है। यह गिरोह बांग्लादेश से लोगों को अवैध रूप से यहाँ लाकर बसाने का भी काम कर रहा था। यह मामला सीधे – सीधे अंतर्राष्ट्रीय खतरे की और इशारा करता है इसलिए इस मामले में NIA और IB ने भी हस्तक्षेप किया है।