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कांग्रेस के 60 साल के शासन के कारण हुआ कोयला संकट, मोदी सरकार को नहीं दिया जा सकता दोष : पी.चिदंबरम

नई दिल्ली : भीषण गर्मी के बीच देश में इन दिनों कोयले का भारी संकट देखा जा रहा है। यूपी में बिजली आपूर्ति बनाए रखने में मदद के लिए केंद्र सरकार ने 657 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। वहीं, दिल्ली सरकार ने मेट्रो ट्रेन और अस्पतालों सहित महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निर्बाध बिजली आपूर्ति में संभावित बाधा आने को लेकर अभी से वॉर्निंग दे दी है।

इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार का घेराव करते हुए करारा तंज कसा है। 

पी चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए लिखा की – देश में प्रचुर मात्रा में कोयला है, बड़े रेल नेटवर्क हैं, ताप संयंत्रों में क्षमता है फिर भी बिजली की भारी किल्लत है। इसके लिए मोदी सरकार को दोष नहीं दिया जा सकता, यह तो कांग्रेस के 60 साल के शासन के कारण हुआ है। 

कांग्रेस नेता आगे लिखा की – कोयला, रेलवे या बिजली मंत्रालयों में कमी नहीं है, दोष तो इन विभागों के मंत्री रह चुके कांग्रेसी नेताओं का है। उन्होंने चुटकी लेते हुए लिखा कि मोदी सरकार ने यात्री ट्रेनों को रद्द कर कोयला ट्रेनों को चलाने का सही समाधान खोज लिया है। मोदी है, मुमकिन है। 

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा था की – देश भर में बिजली की भारी समस्या हो रही है। अभी तक दिल्ली में हम लोग किसी तरह से मैनेज किए हुए हैं। पूरे भारत में स्थिति बेहद गंभीर है। हम सबको मिलकर जल्द ही इसका समाधान निकालना होगा। इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है।

हालांकि, इन सबके बीच केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, रूस से गैस की आपूर्ति ठप हो गई है। थर्मल पावर प्लांट में 21 मिलियन टन कोयले का स्टॉक है, जो दस दिन के लिए काफी है। कोल इंडिया को मिलाकर भारत के पास कुल 30 लाख टन का स्टॉक है। ये 70 से 80 दिन का स्टॉक है। वर्तमान स्थिति स्थिर है।

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