सिहोरा : ग़रीब खाद्यान्न पर्ची के लिए हो रहे परेशान दफ्तरों के चक्कर काट काट घिस गई चप्पल ,नहीं मिल रहा राशन
सिहोरा : ग़रीब खाद्यान्न पर्ची के लिए हो रहे परेशान दफ्तरों के चक्कर काट काट घिस गई चप्पल ,नहीं मिल रहा राशन
- गांवों में राशन पर्ची के लिए भटक रही गरीब जनता
- गरीबों के राशन में एक किलो की कटौती
- राशन पर्ची के लिए भटक रही गरीब जनता
- गरीबों के राशन में एक किलो की कटौती
- महीने में सिर्फ तीन दिन ही खुलती है राशन दुकानें
द लोकनीति डेस्क सिहोरा
खाद्य विभाग के अधिकारी बने अनजान :
ग्रामीण क्षेत्र में पटरी से उतरी सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली
जनपद पंचायत सिहोरा के अंतर्गत ग्राम पंचायत गोसलपुर, हृदयनगर, धरमपुरा, कछपुरा, जुझारी , घुटना, टिकरिया ,बेला पोडीकला अतरिया के अनेक पात्रताधारी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अंतर्गत मिलने वाली खाद्यान्न पर्ची के लिए परेशान है। दफ्तरों के चक्कर काट काट थक चुके हैं कोई भी कर्मचारी समस्या के निदान के लिए सकारात्मक पहल नहीं कर रहा है। ज्ञात हो की राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन पर्ची पाने की पात्रता एस.सी, एस.टी, बीपीएल कार्ड धारी, भवन संनिर्माण कार्ड धारी, पेंशन धारी, विकलांग, ए. ए. वाई(AAY), हितग्राहियों को राशन पर्ची मिलने का प्रावधान है। हितग्राही शोभा सिंह राजपूत संगीता कोस्टा जानकीबाई गडारी जागेश्वर काछी जितेंद्र चौरसिया ने बताया की कई महीनों से यह सभी लोग राशन पर्ची के लिए भटक रहे है जहां एक और जिला प्रशासन के मुखिया कर्मवीर शर्मा ने संबंधित विभाग के कर्मचारियों को तय समय सीमा के तहत जल्द से जल्द पर्ची बांटने के निर्देश दिए है। वहीं जिम्मेदार लोग पर्ची बांटने में आनाकानी कर रहे हैं ज्ञात हो की 14 अगस्त 2020 को गोसलपुर के अनेक लोगों की राशन पर्ची
जनरेट हो चुकी हैं फिर भी हितग्राहियों के हाथ में ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा राशन पर्ची नहीं दी जा रही हैं लोग जब ग्राम पंचायत कार्यालय अपनी पर्ची लेने पहुंचते हैं तो उन्हें रटा रटाया जवाब मिलता है की राशन पर्ची ऊपर से नहीं आई जिस कारण अनेक हितग्राही राशन लेने से वंचित रह जाते है। जबकि शासन द्वारा यह निर्देश है की पात्र लोगों को राशन पर्ची दिलाने की पूर्ण औपचारिकता संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव व सहायक सचिव की है फिर भी इन लोगों के द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है।
सेल्समैन लगा रहे कार्ड धारियों को एक किलो अनाज का चूना
सिहोरा तहसील के अंतर्गत संचालित राशन दुकानों में खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण ना करने के कारण सेल्समैन राशन दुकानों में पहुंचने वाले हितग्राहियों के राशन में एक किलो राशन का डाका डाल रहे हैं। गोसलपुर निवासी कार्डधारी धर्मेंद्र जैन ,संजय खरे, कमलेश चौधरी ने बताया की कार्डधारी परिवार के सदस्यों की संख्या के मान से निर्धारित अनाज के साथ एक किलो नमक अतिरिक्त से देने का प्रावधान है। परंतु विगत कई वर्षों से सेल्समेनो द्वारा कार्डधारियों निर्धारित राशन में एक अनाज की कटौती करके उसी में नमक को जोड़ दिया जाता है जबकि निर्धारित मात्रा में खाद्यान्न के साथ एक किलो नमक अतिरिक्त से देने का प्रावधान है। परंतु सिहोरा तहसील की अधिकांश राशन दुकानों में यह बात सामने आई है की सभी कार्ड धारियों को अनाज में एक किलो अनाज की कटौती सेल्समेनो द्वारा की जा रही है और जब कोई हितग्राही उक्तआशय की शिकायत संबंधित अधिकारी को करता है तो जांच के नाम पर खानापूर्ति करके मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है।
मिट्टी तेल के वितरण में अनियमितता
गोसालपुर क्षेत्र मे विगत कई वर्षों से विद्युत उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मिलने के कारण मिट्टी तेल की मांग कम होने के कारण उपभोक्ताओं द्वारा मिट्टी तेल नहीं लिया जाता उक्त मिट्टी तेल को सेल्समैन कालाबाजारी करके वाहन चालकों को थोक के भाव महंगे दामों में बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं। गोसलपुर क्षेत्र के अनेक कार्डधारियों ने बताया की सेल्समैनो द्वारा मिट्टी के तेल का वितरण नहीं किया जाता। राशन दुकान खोलने का कोई निर्धारित समय नहीं रहता जिस कारण शासन से प्राप्त आवंटन के मुताबिक मिट्टी तेल वितरण ना होने की दशा में राशन दुकानों में मिट्टी तेल का स्टाक रहता है जिस कारण सेल्समैन मौके का फायदा उठाकर खुलेआम मिट्टी तेल की कालाबाजारी कर रहे है।
सिर्फ तीन दिन ही खुलती है राशन दुकाने
जहां एक ओर जिला प्रशासन के सख्त निर्देश है की राशन दुकान को नियमित महीने भर खोली जाएं एवं उपभोक्ताओं को महीने के किसी भी दिन पहुंचने पर राशन दिया जाए परंतु राशन दुकानों के हालात यह है की सेल्स मेनो द्वारा महीने में मात्र तीन दिन राशन दुकान खोली जाती है। जिस कारण राशन दुकानों में उपभोक्ताओ का हुजूम उमड पड़ता है। उपभोक्ताओं का हुजूम लग जाने के कारण आए दिन उपभोक्ता और सेल्समैन के बीच विवाद की स्थिति निर्मित होती है लोगों को राशन लेने के लिए सुबह से खुले आसमान के नीचे बैठकर इंतजार करते-करते शाम हो जाती है। बड़ी मुश्किल से राशन मिलने का नंबर आता है इस संबंध में अनेकों बार खाद्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराया गया परंतु हालात जस के तस है लोगों ने महीने भर राशन दुकान खोलने की मांग की है।
चना का पर्याप्त आवंटन नहीं मिला
देश मे फैली कोरोना वैश्विक महामारी के कारण देश में जारी लॉकडाउन के समय से राशन दुकानों में उपभोक्ताओं के लिए प्रति परिवार एक किलो चना वितरण करने का निर्देश शासन स्तर से जारी हुआ था। परन्तु इस माह बिभाग द्धारा तहसील की अनेक राशन दुकानों में चना का आंवटन कम मिला है जिस कारण सेल्समेनो द्वारा चना का वितरण न कर कालाबाजारी करने की योजना बनाई जा रही और उपभोक्ताओं को चना नहीं दिया जाता। इस महीने सिहोरा तहसील की सभी राशन दुकानों में ऊंट के मुंह में जीरा के समान चना का आवंटन प्राप्त हुआ है। जिस कारण स्थिति यह निर्मित हुई की इस महीने के राशन वितरण में उपभोक्ताओं को चना का वितरण नहीं किया गया ग्राम के जागरूक नागरिक रवि सिंह ठाकुर, सतीश तिवारी, नरेश तंतुवाय ,दीपक प्रीतवानी। जनपद सदस्य मनीष पटेल ,लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा, ब्रज मोहन पटेल ने बताया की शीघ्र ही इस संबंध में जिला कलेक्टर कर्मवीर शर्मा से मिलकर चर्चा की गई की जावेगी।
इनका कहना
अगर उपभोक्ताओं के राशन में सेल्समैनो द्वारा कटौती की जा रही है तो इसकी जांच कराई जाएगी दोषी सेल्समेनो के ऊपर कड़ी कार्यवाही होगी राशन दुकानों को नियमित खोलने के निर्देश हैं अगर राशन दुकान नियमित नहीं खुल रही तो यह गलत है टीम भेजकर जांच कराएंगे।
सुधीर खरे
प्रभारी फूड कंट्रोलर जबलपुर