शिवराज जी युवाओं से किस बात की है दुश्मनी?? सरकार ने बैंकों को पत्र लिख स्वरोजगार योजना के तहत कर्ज देने से किया मना

शिवराज जी युवाओं से किस बात की है दुश्मनी?? सरकार ने बैंकों को पत्र लिख स्वरोजगार योजना के तहत कर्ज देने से किया मना
भोपाल / गरिमा श्रीवास्तव:- मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने स्वरोजगार योजना के तहत जो लाभ युवाओं को मिलता था उसे बंद कर दिया है.. विधायक जीत पर बनी हुई है सरकार ने धीरे-धीरे जनता पर ज्यादती करना शुरू कर दिया है.
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमेशा यह बात कहते आए हैं कि वह आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश मनाएंगे पर क्या इस तरह से आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश बनना संभव है???
शिवराज सिंह चौहान एक तरफ आत्मनिर्भर बनाने की बात करते हैं तो दूसरी तरफ शासकीय सेवाओं की तरफ से युवाओं को लोन मिलने वाली सेवा को समाप्त कर रहे हैं. सरकार ने सभी बैंकों को निर्देश दिए हैं कि मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार और कृषक उद्यमी योजना के तहत लोन देने की प्रक्रिया फिलहाल बंद कर दें. एमएसएमई विभाग ने स्टेट बैंकर्स कमेटी को लेटर लिखा है जिसमें कहा गया है कि अगर प्रकरण स्वीकृत हो गए हैं तो भी उसे रूप में इस लेटर में हवाला दिया गया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में 14 दिसंबर 2020 को विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया..
जिसके बाद कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा है उन्होंने कहा किशिवराज सरकार किसान विरोधी होने के साथ-साथ युवा व रोज़गार विरोधी भी।
अपने 15 वर्ष के शासनकाल में भी युवाओं को रोजगार देने को लेकर कुछ नहीं किया और वर्तमान सरकार में भी रोज़गार वाली योजनाओं को कर रही बंद ?
देश में सर्वाधिक युवा मप्र में रोजगार के अभाव में आत्महत्या करते हैं और अब तीन स्वरोजगार योजनाएं बंद करने का निर्णय ?
कोरोना महामारी में पहले ही कई लोगों का रोजगार छिन चुका है, आर्थिक स्थिति भयावह हो चुकी है, ऐसे में इन योजनाओं के बंद होने से बेरोजगारी और बढ़ेगी,युवा हताश होगा।
मुख्यमंत्री कृषि उद्यमी योजना ,मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ,मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत बड़ी संख्या में युवाओं को ऋण मिलने के साथ- साथ अनुदान व सब्सिडी भी मिलती थी।
बड़ी शर्मनाक बात है कि जो प्रकरण स्वीकृत हो चुके हैं , उनके भी आवेदन रोकने का निर्णय लिया गया है ?
सरकार ऐसे जनविरोधी फैसले पर पुनर्विचार करें और इन योजनाओं को तत्काल वापस चालू करें।