बच्चों के मौत पर मंत्रीजी अलर्ट , दो अधिकारी हुए कार्यमुक्त
- सीएमएचओ डॉ. राजेश पांडेय और डॉ. उमेश नामदेव को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया
- मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संज्ञान में लिया था मामले को
Shahdol News :- लचर स्वस्थ्य व्यवस्थाओं के चलते शहडोल जिला अस्पताल में 12 घंटे के अंदर हि 6 बच्चों की मौत हो गयी। बच्चों की मौत पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जांच के आदेश दिए थे और इस मामले को गंभीरता से लिया था। लापरवाही के चलते दो लोगों को ससपेंड कर दिया गया है।
बहरहाल इस मुद्दे पर और सियासत गरमाये इससे पहले हीं दोषियों पर कार्रवाई कि जा चुकी है। बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के निर्देश पर 24 घंटों के अंदर हीं सीएमएचओ डॉ. राजेश पांडेय और डॉ. उमेश नामदेव को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। इस मामले को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संज्ञान में लिया था और स्वास्थ्य मंत्री को शहडोल जाकर मृतक बच्चों के परिजनों से मिलने और मामले की जांच के निर्देश दिए थे।
इसके बाद मंत्री सिलावट ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान मरीजों ने स्वास्थ्य मंत्री से अस्पताल की अव्यवस्थाओं की शिकायतें भी की। उन्होंने मामले की जांच कराने का आश्वासन भी दिया। इस दौरान उनके साथ आदिवासी विकास मंत्री ओमकार सिंह मरकाम भी रहे हैं।
क्या कुछ कहा मंत्रीजी ने
सिलावट ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि मामला बेहद दुखद है, और इसकी उचित जांच कि जायेगी। फिलहाल सीएमएचओ और सिविल सर्जन को कार्यमुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार इस मामले को लेकर गंभीर हैं, इसलिए अब तक यहां तीन-तीन मंत्री आ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों में विशेष पैकेज देकर डॉक्टरों की भर्ती किया जा रहा है। इसके अलावा हर संभाग में एक-एक विशेष समिति बनाई जा रही है, जो ऐसे मामलों को देखेगी। बच्चों की मौत के बाद जिले के सीएमएचओ डॉ. राजेश पांडेय कोई ठोस वजह नहीं बता सके थे। उन्होंने यही कहा था कि प्रारंभिक जांच में लापरवाही प्रतीत हो रही है।