देखें video MP में पेट्रोल-डीजल में ताबड़तोड़ टैक्स, बुजुर्गों की पेंशन के लिए सरकार के पास नहीं है बजट
देखें video MP में पेट्रोल-डीजल में ताबड़तोड़ टैक्स, बुजुर्गों की पेंशन के लिए सरकार के पास नहीं है बजट
- मध्यप्रदेश में लाखों पेंशन धारी पिछले 2 माह से हो रहे परेशान
- विभागों और बैंकों के चक्कर लगा रहे चक्कर मिल रहा टका सा जवाब
देखें video – https://youtu.be/nBEi6rloGV0
द लोकनीति डेस्क सिहोरा
MP में शिवराज सरकार का दोहरा रवैया देखने को मिल रहा है। यहां सरकार एकतरफ पेट्रोल और डीजल में जबरदस्त टैक्स (tex) वसूल कर अपना खजाना भर रही है, वहीं दूसरी तरफ़ बुजुर्गों को मिलने वाली वृद्धा अवस्था पेशन, विधवा/कल्याणी पेंशन, निराश्रित पेंशन, परित्यागता पेंशन देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार के पास नहीं है बजट (FUND) है।
जबकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा राज्य सरकार को निर्देशित किया गया है कि पेंशनधारियों को नियमित और निर्धारित समय पर पेंशन बांटी जाए है। इसके बावजूद प्रदेश के हर ज़िले और हर तहसील में पिछले दो महीनों से विधवा निराश्रित दिव्यांग लोगों को महंगाई के इस दौर में मिलने वाली नाम मात्र की पेंशन नसीब नहीं हो रही है और पेंशनधारी बैंकों के चक्कर लगाकर दर दर भटक रहे है।
मध्यप्रदेश में है लाखों पेंशनधारी
जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश सरकार करीब 9 तरीके की पेंशन बांटती। एक अनुमान के मुताबिक मध्यप्रदेश में लाखों ऐसे पेंशन धारी है। आपको बता दें कि इन 9 तरीकों की पेंशन में सभी को ₹600 प्रतिमाह पेंशन दी जाती है। आप खुद सोच सकते हैं कि महंगाई के इस दौर में ₹600 पेंशन बुजुर्गों के लिए सबसे बड़ी राहत थी लेकिन पिछले दो माह से बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिलने से उन्हें भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है।
सिहोरा तहसील में 15264 पेंशन धारी
बात जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील की करें तो यहां करीब 15264 पेंशन धारी इसमें नगर पालिका क्षेत्र से होरा के अंतर्गत करीब 3052 और जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत 12212 पेंशन धारी। जिन्हें प्रतिमाह 600 रूपय पेंशन दी जाती है। लेकिन पिछले 2 माह से यह पेंशन धारी बैंक और विभागों के चक्कर लगा लगा कर थक गए उन्हें सिर्फ एक रटा रटाया टका सा जवाब दे दिया जाता है कि अभी बजट नहीं आया है, जिसके कारण उनके खातों में पेंशन नहीं आई।
बुजुर्गों की परेशानी उन्हीं की जुबानी
सिहोरा तहसील की गोसलपुर क्षेत्र की रहने वाली गीताबाई बताती है कि पिछले 2 माह से पेंशन नहीं आने के कारण वह अपना इलाज ढंग से नहीं करवा पा रही है हालत यह है कि बीड़ी बनाकर जैसे तैसे भी अपना काम चला रही है। कुछ ऐसी ही स्थिति मुन्नीबाई की है इन्हें भी विधवा पेंशन पिछले 2 माह से नहीं मिली मुन्नीबाई बताती है कि बैंक में जाकर पता किया तो कहने लगे कि अभी तुम्हारे खाते में पेंशन ही नहीं आई है उनका कहना था कि इसी पेंशन के सहारे वह अपना घर चलाती थी लेकिन अब पिछले दो माह से पेंशन नहीं आने से स्थिति बहुत खराब है। बुजुर्ग लक्ष्मी प्रसाद तिवारी बताते हैं कि पिछले दो माह से पेंशन नहीं मिलने पर उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन वहां भी अभी तक कोई भी जवाब नहीं आया। कहीं आना जाना होता है तो ऑटो से जाना पड़ता है इतना पैसा भी नहीं रहता की पेंशन के बारे में जानकारी लेने बैंक और अधिकारियों के पास पहुंच सके।