दिग्गी राजा के बयान से फिर मची खलबली कहा, अच्छा है ईश्वर ने मुझे सदबुद्धि दी, वरना …….
ग्वालियर : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह हमेशा अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहे हैं। हालही में ग्वालियर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने एक नया खुलासा कर डाला, जिससे प्रदेश की राजनीति फिर गर्मा उठी हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा 1970-71 में मुझे संघ द्वारा भारतीय जनसंघ में शामिल कराने के प्रयास हुए थे। उन्होंने कहा कि कुशाभाऊ ठाकरे मेरे पास आये थे और तब राजमाता सिंधिया भी चाहती थी कि मैं जनसंघ के लिए काम करूँ लेकिन ईश्वर ने मुखे सदबुद्धि दी और मैं वहां नहीं गया।
मुझे कोई आश्चर्य नहीं है मैं उनका चाल चरित्र और चहरा पिछले ५० वर्षों से जानता हूँ। मुझे संघ ने भारतीय जन संघ में शामिल कराने का प्रयास किया था किन्तु मैं उनके साथ ना जा कर कॉंग्रेस में शामिल हुआ। ईश्वर की बड़ी कृपा हुआ जो मुझे सदबुद्धि दी। महात्मा गॉंधी की जय हो। https://t.co/V6ZCqOIxDq
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 5, 2019
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इसको लेकर ट्वीट भी किया। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा की – मुझे कोई आश्चर्य नहीं है मैं उनका चाल चरित्र और चहरा पिछले 50 वर्षों से जानता हूँ। मुझे संघ ने भारतीय जन संघ में शामिल कराने का प्रयास किया था किन्तु मैं उनके साथ ना जा कर कॉंग्रेस में शामिल हुआ। ईश्वर की बड़ी कृपा हुआ जो मुझे सदबुद्धि दी। महात्मा गॉंधी की जय हो।
इसके अलावा दिग्विजय ने कहा कि मेरी विचारधारा गांधी से मिलती हैं। इसलिए मैं कांग्रेस में हूँ। साथ ही उन्होंने बजरंग दल और कुछ अन्य संगठनाें से जुड़े कुछ लाेगाें काे लेकर उन्हाेंने भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधा।