कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या देश और धर्म हिन्दुत्व ’को तगड़ा झटका: साध्वी प्रज्ञा(भोपाल सांसद )
कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या देश और धर्म हिन्दुत्व ’को तगड़ा झटका: साध्वी प्रज्ञा(भोपाल सांसद )
भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ने हिंदू समाज पार्टी के प्रमुख कमलेश तिवारी के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि, तिवारी की नृशंस हत्या देश, धर्म और हिंदुत्व के लिए एक बड़ा झटका है।
साध्वी प्रज्ञा ने ट्वीट किया, “श्री कमलेश जी तिवारी की नृशंस हत्या देश धर्म हिंदुत्व के लिए बहुत बड़ा झटका है। जो लोग धर्म का निर्वहन करने की राह पर हैं, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।”
पुलिस ने कहा कि तिवारी को शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में लखनऊ के नाका इलाके में गोली मार दी गई थी। नेता को तुरंत एक अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। हमलावर मौके से भागने में सफल रहे। एक चश्मदीद के मुताबिक, हमलावरों ने तिवारी के कार्यालय में घुसकर उस पर गोलियां चलाईं। चश्मदीद द्वारा अपराध स्थल से एक रिवाल्वर बरामद किया गया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और अपराधियों को पकड़ने के लिए शिकार जारी है।
क्या है मामला ?
कमलेश तिवारी हत्याकांड:उत्तर प्रदेश पुलिस ने सनसनीखेज कमलेश तिवारी हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP), ओपी सिंह ने लखनऊ में कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
ओपी सिंह ने कहा, “यूपी और गुजरात पुलिस की एक संयुक्त टीम ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। उनके नाम मौलाना मोहसिन शेख, फैजान, और खुर्शीद अहमद पठान हैं। दो अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया गया। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। उनकी निगरानी की जा रही है। “
यूपी डीजीपी ने हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या को कट्टरपंथी हत्या बताया और हत्या के पीछे पैगंबर मुहम्मद पर हिंदू समाज पार्टी के नेता की 2015 की आपत्तिजनक टिप्पणी की।
दरअसल पूर्व हिन्दू महासभा नेता कमलेश तिवारी मर्डर केस में मौलाना मोहसिन शेख, फैजान, और खुर्शीद अहमद पठान को हिरासत में लिया गया हैं | बकौल DGP ,कमलेश के 2015 के भड़काऊ बयान को लेकर उनकी हत्या की गई और अब तक जाँच में किसी आतंकी संगठन के शामिल होने की पुष्टि नहीं हुई हैं |
तिवारी की हत्या के बाद जमकर हुआ हंगामा
लखनऊ के KJMU के पास कमलेश तिवारी के समर्थकों ने सवारी लेकर जा रही सरकारी बस के साथ तोड़फोड़ की. वहां पुलिस भी मौजूद थी लेकिन समर्थक बेकाबू हो रहे थे. पुलिस ने उन्हें समझाने की भी कोशिश की लेकिन वो नहीं माने और बस के साथ जमकर तोड़फोड़ की. लोगों ने भारी संख्या में इकट्ठे होकर योगी सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी भी की.