भोपाल में भी बढ़ी रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत, स्टाॅक खत्म, कालाबाजारी की आशंका भी बढ़ी
मध्यप्रदेश/भोपाल – भोपाल में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही हैं। यहां रोजाना 600 से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। इसके चलते एक्टिव मरीजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ रही हैं। बुधवार को भोपाल में 4687 एक्टिव मरीज हैं। लगातार बढ़ रहे मरीज़ो के चलते भोपाल में भी पिछले एक सप्ताह से रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग बढ़ गई हैं। हालत यह है, दवा दुकानों पर इंजेक्शन का स्टॉक खत्म हो गया हैं। कई दुकानदारों ने ऑर्डर जारी किए हैं। बावजूद कंपनी की तरफ से सप्लाई नहीं हो पा रही।
दवा सप्लायरों का कहना है, एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग और आपूर्ति गड़बड़ा गई। दवा संचालकों का कहना है, कम सप्लाई के चलते इंजेक्शन आने पर तुरंत खत्म हो जा रहे हैं। भारत फार्मा के संचालक आशीष जैन ने बताया कि “ हमने इंजेक्शन के लिए ऑर्डर किया हैं। सप्लाई नहीं हुई हैं। पिछले दिनों भी ऑर्डर से कम सप्लाई हुई। इंजेक्शन के लिए रोजाना 250-300 लोगों के कॉल आ रहे हैं। जबकि फार्मा ट्रेडर्स के संचालक वीरेन्द्र जैन का कहना है कि स्टाॅक खत्म हो गया हैं। हमने ऑर्डर दिया है, लेकिन अभी तक कंपनी की तरफ से सप्लाई नहीं आ रही हैं।
इधर, जानकारों का कहना है, वर्तमान में अस्पतालों में भर्ती करीब 70 प्रतिशत मरीजों को रेमडेसिवीर इंजेक्शन लगाया जा रहा हैं। एक मरीज को पहले दिन दो इंजेक्शन का डोज लगता हैं। इसके बाद अगले चार दिन तक एक-एक इंजेक्शन लगता हैं। मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने से मांग और आपूर्ति में अंतर आ गया। इस बीच इंजेक्शन की कालाबाजारी की आशंका भी बढ़ गई हैं। हालांकि, प्रशासन के अधिकारियों ने निगरानी बढ़ाने की बात कही हैं। उनका कहना है, शिकायत मिली, तो कार्रवाई की जाएगी।