"मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी" "कृषि बिल वापस लो" नारेबाजी करते हुए AAP ने राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को दिया ज्ञापन
रायसेन से अमित दुबे की रिपोर्ट – देशभर में कृषि कानून बिल लाए जाने के बाद से केंद्र की मोदी सरकार का विरोध अब दिल्ली सहित मध्यप्रदेश के जिलों में भी कृषि बिल का विरोध देखा जाने लगा है। वहीं विरोधी पार्टियां भी सक्रिय होकर केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानून का पुरजोर विरोध कर इस काले कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। इसी के तहत जिले की आम आदमी पार्टी ने एकजुट होकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। “मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी नहीं चलेगी” कृषि बिल वापस लो” वापस लो” वही उपस्थित आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा इस काले कानून को वापस किए जाने चाहिए इसके विरोध में आज हम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा रहे हैं।
वहीं ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि देश का अन्नदाता किसान पूरे देश का पेट भरता है। आज अपनी जायज मांगों को लेकर पिछले 50 दिनों से हड्डी काटने वाली ठंड में बारिश और मठाव के बीच खुले आसमान में नीचे बैठा है। लेकिन अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि उनमें से 60 किसानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी लेकिन इस ऐतिहासिक किसान आंदोलन में हमारे देश का अब तक सबसे बड़ा आंदोलन है। देश के नेताओं के साथ आखिर ऐसा अन्याय अत्याचार केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा है। क्या “जय जवान जय किसान का नारा” हमारे देश के लिए सिर्फ नारा मात्र है या इसका कोई अर्थ नहीं, क्या हमारा देश सिर्फ कहने को कृषि प्रधान देश है। जहां दाताओं की कोई सुनवाई नहीं या फिर देश का किसान सिर्फ सत्ता के शिखर पर पहुंचने का रास्ता मात्र हैं।
इसी के तहत राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने आए हैं और इस मामले में तत्काल मदद कराने के लिए उनको यह ज्ञापन दे रहे हैं कि हमारी मांगों को तत्काल मानकर इन तीन काले कानूनों को वापस लिया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में जिला अध्यक्ष मनीष मालवीय, लक्ष्मी नारायण मीणा, रवि रघुवंशी, आरके नरवरिया, लखन नागले, डॉ सत्य प्रकाश दुबे, कमलेश्वर, रवि साहू सहित अनेक पार्टी के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।