कर्मचारी से बदसलूकी के बाद क्वार्टरों की जांच, अवैध तरीके से रहने वालों से होगी वसूली
मध्यप्रदेश:- भोपाल में गृहमंत्री का PA बताकर नगर निगम के कर्मचारी को धमकाने के मामले के बाद कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी ने ननि के सभी क्वार्टरों की जांच शुरू करवा दी है। इसके लिए एक टीम बनाई गई है, जो ननि के शहर में 500 से अधिक क्वार्टरों की जांच करेगी। दरअसल, कमिश्नर के पास शिकायत पहुंची है कि अधिकांश कर्मचारियों के अपने निजी आवास है, जो वे किराए पर चला रहे हैं। निजी मकान होने के बावजूद वे सरकारी क्वार्टर खाली नहीं कर रहे हैं।
दूसरी ओर सरकारी आवास पाने के लिए 150 से ज्यादा कर्मचारी कतार में है। जब प्रारंभिक जांच करवाई गई तो यह बात सच निकली। हालांकि, प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि करीब 25% क्वार्टरों में कर्मचारियों का अवैध कब्जा है। कुछ क्वार्टर तो ऐसे भी हैं, जिनमें ऐसे लोग रह रहे हैं, जो निगम के कर्मचारी है ही नहीं। राजनीतिक संरक्षण के चलते वे सालों से अवैध कब्जा जमाए हुए हैं। बता दें की ऐसे लोगों पर अब वसूली की कार्रवाई की जाएगी। 28 जुलाई को कमिश्नर कोलसानी ने नगर निगम के मुख्य स्वच्छता निरीक्षक सुमनधर शर्मा को निलंबित कर दिया था। शर्मा ने सरकारी क्वार्टर की जांच करने के लिए पहुंचे निगम के ही कर्मचारी अवध मकोरिया से बदसलूकी की थी। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर गलत टिप्पणी की थी। इस मामले के बाद कमिश्नर ने मकोरिया को शहर में मौजूद नगर निगम के सभी क्वार्टरों की जांच का जिम्मा सौंप दिया है और जल्द रिपोर्ट देने को कहा है।इसलिए जांच शुरू की गई है।