सभी खबरें

बेरहमी : बेटी का शव देख बेहोश हो गई मां, पुलिस सीधे श्मशान ले गई शव, चीखते रहे रिश्तेदार, खुद क्राइम ब्रांच ने तैयार की अर्थी, किया अंतिम संस्कार

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – प्यारे मियां यौन शोषण मामले में एक नाबालिग की बुधवार रात इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद गुरुवार को उसका भदभदा विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। हालांकि, इस दौरान पुलिस व प्रशासन ने शिकार नाबालिग बेटी और उसके परिवार के साथ वैसी ही बेरहमी की जो पिछले साल उत्तर प्रदेश में हुए हाथरस दुष्कर्म कांड की पीड़िता के साथ की गई थी। 

यह नाबालिग इस केस में पीड़िता और फरियादी थी, न कि आरोपी या अपराधी। फिर भी पुलिस शव को हमीदिया से सीधे श्मशान ले गई। पीड़िता की मां और परिजन घर पर बेटी के शव का इंतजार करते रहे, लेकिन पुलिस उन्हें शव सौंपना ही नहीं चाहती थी। 

बताया जा रहा है कि माहौल बिगड़ता देख हबीबगंज सीएसपी भूपेंद्र सिंह ने पिता व चाचा को शव वाहन में बैठाकर विश्राम घाट भेज दिया। बाद में क्राइम ब्रांच की एक टीम घर पहुंची और वहां से मृतका की मां और कुछ महिलाओं को गाड़ी में बैठाकर विश्राम घाट ले आई। मां ने जब बेटी के शव को देखा तो वे स्तब्ध रह गईं। उनकी आंखें खुलीं थीं और जुबां थमी हुई थी। थोड़ी देर बाद वह बेहोश हो गईं। बाद में चेहरे पर पानी के छींटे छिड़के, तब उन्हें होश आया। दरअसल, बुधवार को बेटी की मौत की खबर मां को इसलिए नहीं दी गई थी कि कहीं उन्हें सदमा न लग जाए।

बता दे कि मर्चुरी में पीड़िता के चाचा और पिता ने शव घर ले जाने की जिद की।

पीड़िता की मां ने कहा कि मेरी बेटी की क्या गलती थी, जो पुलिस व प्रशासन ने उसके साथ अपराधी जैसा व्यवहार किया। बेटी अस्पताल में तड़पती रही, तो भी हमें उससे नहीं मिलने दिया। हम उसकी शादी के सपने संजो रहे थे और हमारे सपने ही उजड़ गए। बेटी को वैदिक रीति-रिवाज के साथ हम विदा नहीं कर पाए। पीड़िता की मां ने महिला थाना प्रभारी अजिता नायर, बाल कल्याण समिति के कृपा शंकर चौबे और बालिका गृह की अधीक्षिका अंतोनिया पर बेटी को जबरन गोलियां खिलाने का आरोप लगाया। उन्होंने मुख्यमंत्री से सीबीआई जांच की मांग की।

इधर, विश्राम घाट पर पुलिस ने पूरी व्यवस्था कर रखी थी। रिश्तेदार चीखते रहे कि इतनी भी जल्दी क्या है, लेकिन पुलिस नहीं मानी। महिला रिश्तेदारों ने दो बार अर्थी तैयार नहीं होने दी, पर क्राइम ब्रांच टीम ने खुद इसे तैयार किया।

गौरतलब है कि प्यारे मियां यौन शोषण मामले में 5 फरियादी बालिका गृह में रह रही हैं। उनके से एक नाबालिग ने नींद की गोलियां खा ली, जिसके बाद सोमवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। सूचना मिलते ही नाबालिग के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए थे। हालांकि, पीड़िता ने बुधवार रात 10 बजे इलाज के दाैरान दम तोड़ दिया। जिसकी पुष्टि हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक आईडी चौरसिया ने की थी। 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button