पायलट IN, सिंधिया Out : यहां हुई राहुल गांधी से बड़ी चूक, पढ़े पूरी ख़बर
नई दिल्ली – राजस्थान में चल रहा सियासी बवाल भी मध्यप्रदेश के जैसा ही है, लेकिन फर्क इतना है कि कांग्रेस ने राजस्थान को बचा लिया हैं। जबकि मध्यप्रदेश को बचाने में कांग्रेस सफल नहीं रहीं। दोनों ही घटनाक्रम एक समान हैं।
मध्यप्रदेश से जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बगावत की, तो वहीं राजस्थान से सचिन पायलट के बगावती तेवर दिखे। लेकिन पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की पायलट से मुलाकात के बाद उनकी सेफ लैंडिंग होती हुई नजर आ रहीं हैं। हालांकि, मध्यप्रदेश में ऐसा नहीं हुआ। ज्योतिरादित्य सिंधिया तो गए ही, साथ ही उनके समर्थक भी कांग्रेस छोड़ गए। जिसके बाद राज्य में तख्तापलट हो गया।
दरअसल, कांग्रेस से खफा होने के बाद सिंधिया की राहुल से मुलाकात नहीं हुई थी। यदि ऐसा होता तो प्रदेश की सियासत कुछ अलग हो सकती थी।
मालूम हो कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार में रहते हुए अतिथि शिक्षकों के मुद्दे पर कमलनाथ को सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी थी। जिसके जवाब में कमलनाथ ने कहा था कि वो सड़को पर उतर जाए। बस यहीं से कमलनाथ को सत्ता से उतारने की इबारत लिखी जाने लगी।
इसके बाद 10 मार्च को सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामान थामा, नतीजा 10 दिनों के अंदर राज्य से कमलनाथ सरकार गिर गई।
बता दे कि राज्यसभा चुनाव की वजह से भी सिंधिया-कमलनाथ में दूरियां बढ़ने लगीं थीं। राज्यसभा के लिए पहला नाम दिग्विजय सिंह का था, जबकि दूसरा नाम सिंधिया का सामने आया था, लेकिन कहा जाता है कि सिंधिया के नाम पर प्रदेश के कई नेता तैयार नहीं थे। यही बात उन्हें खटक गई। और उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया।