खरगोन – महेश्वर तहसील में तहसीलदार के नाम से रिश्वत लेते धरा गया नायब नाज़िर
महेश्वर तहसील कार्यालय में पटवारी से नायब नाजिर को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा
लोकेश कोचले की रिपोर्ट
- तूफान का प्रतिवेदन जल्दी देने के बदले तहसीलदार के नाम से मांगे थे 10 हजार रुपए
खरगोन मण्डलेश्वर . एक पटवारी ने तहसीलदार के नाम से रिश्वत मांगने वाले नायब नाजिर बलिराम सोलंकी को शुक्रवार सुबह 11.30 बजे लोकायुक्त पुलिस इंदौर के हाथों रंगेहाथ पकड़वाया है। प्राकृतिक आपदा के चलते फसल खराब हो गई थी। इसपर किसानों के नुकसान का प्रतिवेदन 4 माह पहले बनाकर दिया जाना था। यह काम अटका रखा था। प्रतिवेदन जल्दी बनाकर देने के नाम पर वह 10 हजार रुपए मांग रहा था। तहसीलदार ने इतने रुपए की मांग की हैए यह बोलकर वह दबाव बना रहा था। मामले में तहसीलदार से भी पूछताछ की जाएगी।
लोकायुक्त डीएसपी प्रवीणसिंह बघेल ने बताया 8 जून 2019 को आए आंधी.तूफान की राहत राशि वितरण के सर्वे में लापरवाही बरतने पर मंडलेश्वर निवासी पटवारी दिनेश पाटीदार को एसडीएम ने निलंबित कर दिया था। 27 अगस्त 2019 को एसडीएम ने तहसीलदार महेश्वर को एक माह में विभागीय जांच कर प्रतिवेदन देने के लिए कहा था। पटवारी जल्दी प्रतिवेदन देने का कह रहे थे तो इसके एवज में नायब नाजिर ने तहसीलदार के नाम से 10 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। पटवारी से 5000 रुपए पहले ही ले लिए। 12 फरवरी को लोकायुक्त को शिकायत दर्ज करवाई। पुष्टि करने के बाद शुक्रवार सुबह बाकी 5000 रुपए देना तय किया गया। कार्यालय में यह राशि लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। टीम में निरीक्षक सुनील उईकेए आरक्षक विजय शेलार राकेश चौहान व शेरसिंह ठाकुर सहित अन्य शामिल थे।