भैया ऑक्सी फ्लो मीटर की ज़रूरत है, कांग्रेस नेता ने कहा दिलवा दूंगा, 7 हज़ार लगेगा.. TI ने बनाया प्लान, गिरफ्तार
मध्यप्रदेश/इंदौर – मध्यप्रदेश के मिनी मुंबई कहे जाने वाले शहर इंदौर में कोरोना का कहर अभी भी बना हुआ हैं। यहां आए दिन रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, कोरोना से निपटने के लिए जीवनरक्षक माने जा रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ साथ ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सी फ्लो मीटर की कॉलाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं।
दरअसल, कोरोना संक्रमण काल के चलते ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा जरूरत पड़ रही हैं। ऐसे में लोग जैसे-तैसे ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था तो कर ले रहे हैं, लेकिन उसमें लगने वाले ऑक्सी फ्लो मीटर के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा हैं। इसी का फायदा उठाकर लोग इसकी जमकर कालाबाजारी कर रहे हैं। ये लोग तीन से चार गुना तक वसूल रहे हैं।
इस बीच शुक्रवार की देर रात इस कालाबाजारी को उजागर करने के लिए राजेंद्र नगर TI अमृता सोलंकी ने खुद मोर्चा संभाला। रात 10 बजे पीड़ित परिवार का सदस्य बनकर उन्होंने एक व्यक्ति को कॉल किया। करीब दो घंटे तक चले इस पूरे घटनाक्रम के बाद आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
बता दे कि जिस व्यक्ति को TI ने कॉल किया था वो कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस का मंडल अध्यक्ष यतींद्र वर्मा था। जो ऑक्सी फ्लो मीटर की कालाबाज़ारी कर रहा था। उसके पास से पुलिस ने दो ऑक्सी फ्लो मीटर भी बरामद किए हैं।
राजेंद्र नगर TI अमृता सोलंकी ने बताया कि पता चला था कि यतींद्र वर्मा नाम का व्यक्ति अधिक दाम में ऑक्सी फ्लो मीटर उपलब्ध करवा रहा हैं। इस पर मैंने पीड़ित परिवार की सदस्य बनकर रात करीब 10 बजे इसे कॉल किया। उसने बताया कि वह 7 हजार रुपए में ऑक्सी फ्लो मीटर उपलब्ध करवा देगा। पहले तो उसने कहा कि वह तीन पुलिया पर डिलीवरी दे देगा। किसी को भेज दीजिए। मैंने परेशानी बताते हुए कहा कि घर पर कोई नहीं है, यदि मेरे घर के आसपास डिलीवरी दे पाएं तो। ऐसा करते-करते उसे पुराने आरटीओ तक बुलाया। वह कार से यहां पहुंचा, हमने पहले से ही सारी तैयारी कर रखी थी। जैसे ही उसे हमने 7 हजार रुपए दिए, उसने तत्काल हमें ऑक्सी फ्लो मीटर निकालकर दे दिया। इसके बाद हमने उसे दबोच लिया।
फिलहाल इस मामले में उससे पूछताछ की जा रही है कि वह यह कहां से लेकर आ रहा था।
गौरतलब है कि शुक्रवार को ही इंदौर में पुलिस ने दो युवकों को नकली इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा। विजय नगर पुलिस ने ये कार्यवाही की। ये लोग गुजरात के मोरबी से नकली इंजेक्शन लेकर आते थे। पकड़े दो आरोपियों में से एक आरोपी एक हॉस्पिटल का डॉक्टर हैं। ये अपने साथी के साथ मिलकर सोशल मीडिया पर मदद के नाम पर संपर्क कर महंगे दाम में नकली इंजेक्शन बेचते थे।