मदर्स डे पर पूर्व राज्यपाल की बेटी का छलका दर्द, बोलीं- मां की याद में बने राजभवन के पार्क में नहीं रोपने दिए पौधे

- पूर्व राज्यपाल भगवत दयाल शर्मा की बेटी का छलका दर्द
- 41 साल से मां की पुण्यतिथि पर राजभवन में लगा रहीं पौधा
- सावित्रि निकुंज पार्क में एंट्री बैन हटाने की लगा रही गुहार
प्रणय शर्मा, भोपाल। हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री और मध्यप्रदेश के राज्यपाल की 65 साल की बेटी मालती पिछले 41 साल से मां की पुण्यतिथि पर राजभवन के सावित्रि निकुंज पार्क में पौधे लगा रहीं। आपको बता दें की मालती के पिता भगवत दयाल शर्मा 1980 से 1984 के बीच मध्यप्रदेश के राज्यपाल रहे हैं। मालती का कहना है कि वे पिछले 41 साल से भोपाल में रह रही हैं। उनकी शादी राजभवन से हुई। और यहीं से विदा होकर ससुराल गईं। इस वजह से उनका राजभवन से काफी लगाव है। भोपाल में 26 फरवरी 1981 में उनकी मां का देहांत हुआ। उनके पिता ने मां की याद में राजभवन में सावित्री निकुंज नाम से पार्क बनवाया था। यहां से जाते वक्त कहा कि इसका ध्यान रखना। तब से यहां जितने भी राज्यपाल आए, सबने मुझे बेटी की तरह ट्रीट किया। मालती साल में सिर्फ तीन बार राजभवन आती हैं। 26 फरवरी, 15 अगस्त और 26 जनवरी को। इनमें से दो दिन का उनके पास निमंत्रण आता है। पिछले साल अप्रैल में उन्होंने राज्यपाल मंगू भाई पटेल से पार्क मेंटेंन कराने की बात कही, तो उन्होंने अश्वासन दिया कि माली से बोल देंगे।
1 मई को भाई का निधन हो गया। उसकी अंतिम इच्छा थी कि मां के पार्क में एक सफेद रंग के गुलाब का पौधा लगाया जाए। इसकी उन्होंने रिक्वेस्ट की, लेकिन किसी ने नहीं सुना। अब 26 फरवरी से मां की याद में पौधा लगाने का टाइम मांग रही हैं, लेकिन उन्हें राजभवन में एंट्री नहीं दी जा रही है। उन्होंने बताया कि कई बार मेल व कॉल कर चुकी हैं। जब आती हैं, उनसे ये कहा जाता है कि परमिशन नहीं मिलेगी। मुख्यमंत्री को भी अंदर जाने की परमिशन नहीं है। मालती ने बताया, राज्यपाल के एडीसी से बात की तो उन्होंने प्रोटोकॉल ऑफिसर शिल्पी दिवाकर से बात करने को कह दिया। शिल्पी मेरा फोन नहीं उठाती है। वहीं, मामले में शिल्पी का कहना है कि पिछले साल वे पौधा लगाने गर्वनर हाउस आई थीं। इस साल वे क्यों नहीं आई? इसकी मुझे जानकारी नहीं हैं। मैंने उन्हें कोई धमकी नहीं दी।