मध्यप्रदेश में हुई ओमीक्रोन कि एंट्री, सरकार की अनदेखी, जनता भुगतेगी खामियाज़ा!
भोपाल/प्रियंक केशरवानी:- नए साल आने को सिर्फ 4 दिन बांकी है लेकिन ओमिक्रोन प्रदेश भर में पैर पसारने लगा है, फिर भी सरकार अभी अनदेखी कर रही है, इस लापरवाही के कारण प्रदेश के लोगों को फिर देखना पड़ सकता है लॉक-डाउन? प्रदेश भर से 259 सेम्पल जीनोम सिक्योन्सी के लिए भेजे है जिनमे से केवल 27 की रिपोर्ट आई है और 9 में ओमिक्रोन पाया गया है, वहीं हालही में मुख्यमंत्री ने भी नाईट कर्फ्यू भी लागू कर दिया था लेकिन क्या ये प्रदेश की जनता के लिए एक संकेत है कि लॉक-डाउन बढ़ाया जा सकता है और सरकार के पास अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए केवल एक मात्र ही विकल्प बचेगा
अब सवाल यह उठता है कि सरकार ओमिक्रोन संक्रमण को फैलने से कैसे रोकेगी जब सत्ता पर बैठे लोग अनदेखी कर रहे है, सेम्पलिंग की रिपोर्ट आने में इतनी देरी क्यों हो रही है इस बारे में जब चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से पूछा गया कि भेजे गए सैम्पलों की रिपोर्ट में लेटलतीफी क्यों हो रही है तो उनका कहना है कि रिपोर्ट आने में किसी भी प्रकार से लेट नही हो रही है, साथ मे ये भी कहा कि WHO ने कहा था जितने भी कोरोना केस आते है उसमें से सिर्फ 5% ही जीनोम सिक्योन्सी के लिए भेजना है लेकिन हमने पॉजिटिव आए लोगों के पूरे सेम्पल भेज दिए थे, साथ ही उन्होंने कहा कि हमने केंद्रीय चिकित्सा मंत्री से भी बात की है जनवरी तक जीनोम की टेस्टिंग मशीन प्रदेश में आएगी, अब देखना ये होगा कि जनवरी तक मशीन आती है या सरकार ऐंसे ही टालमटोल करती रहेगी या अपनी अनदेखी को छिपाने के लिए लॉक-डाउन का सहारा लेगी।