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मानवाधिकार वाले सिर्फ मुज़रिमों का साथ देते हैं , मेरे पास 7 सालों में को नहीं आया।
- निर्भया सामूहिक ज्यादती मामले में आरोपियों की सजा बार-बार टलने से निर्भया की मां हताश
Indore :– दिल्ली को दहला देने वाली निर्भया रेपकांड के दोषियों को हर हाल में 1 फ़रबरी को फांसी होनी चाहिए। ऐसा कहना है उस बेबस माँ का जो वर्षों से अपने बच्ची को इन्साफ दिलवाने के लिए लड़ रही है। यह बातें उन्होंने अपने इंदौर आगमन के समय कही।
मीडिया से चर्चा में कहा कि सात साल में मुझसे मिलने तो कभी कोई मानव अधिकार(Human Rights Commission) वाला नहीं आया। ये सिर्फ मुजरिमों का साथ देते हैं। अपना धंधा चलाते हैं। पिछली बार फांसी की जो तारीख थी, वह तो निकल गई। इतने साल से सिर्फ तारीख ही तो मिल रही है। लेकिन अब फांसी होना ही चाहिए
जब तक जिंदा हूं लड़ती रहूंगी
जब तक जिंदा हूं बच्चियों पर होते हमलों के खिलाफ लड़ती रहूंगी। उन्होंने कहा कि सरकार भी लचर है। उसे जो कानून लागू करना थे, वह रातोंरात कर दिए।