दो वर्ष से इंतज़ार कर रहे फालेन आउट अतिथि विद्वानों की हुई वापसी, उच्च शिक्षा विभाग ने जारी की फालेन आउट अतिथि विद्वानों की मेरिट सूची
- दो वर्ष से इंतज़ार कर रहे फालेन आउट अतिथि विद्वानों की हुई वापसी,
- उच्च शिक्षा विभाग ने जारी की फालेन आउट अतिथि विद्वानों की मेरिट सूची
भोपाल:- पिछले दो वर्षों से बेरोज़गारी का दंश झेल रहे महाविद्यालयीन फालेन ऑउट अतिथि विद्वानों की च्वाइस फिलिंग करवा कर आख़िर विभाग ने चयन सूची जारी कर दी,जिससे अतिथि विद्वानों को राहत मिलेगी जो बेरोज़गारी के कारण वा आर्थिक बदहाली के कारण परेशान थे।दर्जन भर फालेन आउट अतिथि विद्वान आत्महत्या तक कर चुके हैं जिस पर अब रोक लगेगी।बता दें की कमलनाथ सरकार में ही 450 पदों की मंजूरी कैबिनेट से मिल चुकी थी लेकिन विभागीय प्रक्रिया और कोरोना के चलते अभी तक रुकी हुई थी।जैसे ही महाविद्यालय खुलने के आसार हुए तो विभाग ने 450 पदों सहित जो रिक्त पद थे उनकी भी च्वाइस फिलिंग करवा कर चयन सूची जारी कर दी जिससे आगामी सत्र में पठन पाठन की प्राकृया सुचारू रूप से चल सके।अतिथि विद्वान पिछले लंबे समय से अपने नियमितीकरण के लिए संघर्ष कर रहे हैं,ख़ुद कमलनाथ सरकार ने वचन पत्र में जगह दी तो ख़ुद सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान आंदोलन में जाकर नियनीतिकरण का वादा कर आये हैं,अब देखना है की कब तक मे अतिथि विद्वानों की मांग पूरी करते हैं शिवराज।
अतिथि विद्वान महासंघ के मीडिया प्रभारी ने कहा कि सरकार के इस निर्णय का अतिथि विद्वान महासंघ स्वागत करता है, फालेन आउट अतिथि विद्वानों की घर वापसी हुई है।साथ ही सरकार से और प्रशासन के अधिकारियों से अनुरोध है की अब वर्षो से उच्च शिक्षा विभाग को लगातार संभाल रहे अतिथि विद्वानों का भविष्य सुरक्षित करें एक स्पष्ट नीति बनाकर नियनित कर भविष्य सुरक्षित करें
वहीं अध्यक्ष,अतिथि विद्वान महासंघ ने कहा कि संघ की हमेशा से ही मांग रही है की पहले फालेन आउट अतिथि विद्वानों की घर वापसी हो उसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी अपना वादा पूरा करें, वो हमारे आंदोलन में आकर वादा किए थे नियमित करने के लिए वो अपना वादा पूरा करें।