भोपाल से लेकर दिल्ली तक हलचल तेज़, शिवराज सिंह ने अमित शाह से मुलाकात कर बनाया बड़ा प्लान!
दिल्ली/भोपाल – मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी ड्रामे के बीच बैठकों का दौर भी बना हुआ हैं। कांग्रेस जहां भोपाल में लगातार बैठकें कर रही है, वहीं बीजेपी दिल्ली में बैठक कर मास्टर प्लान तैयार कर रही हैं।
बता दे कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने लगभग सभी विधायकों से बातचीत की। दूसरी तरफ, बीजेपी ने अपने सभी विधायकों के फोन सर्विलांस पर ले लिए हैं।
वहीं, शुक्रवार को दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के घर पर भाजपा नेता जुटे। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्ढा के प्रतिनिधि के तौर पर धर्मेंद्र प्रधान, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन, प्रहलाद पटेल और नरोत्तम मिश्रा शामिल हुए। जानकारी के अनुसार इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा की गई हैं। माना जा रहा है कि बजट सत्र से पहले कांग्रेस विधायकों की नाराजगी का बड़ा फायदा भाजपा उठा सकती हैं।
कांग्रेस का प्लान
सरकार से नाराज़ चल रहे विधायकों को जल्द ही मंत्री पद दिया जा सकता हैं। जानकारी के अनुसार कमलनाथ और दिग्विजय ने मंत्रिमंडल में नाराज विधायकों को जगह देने का फॉर्मूला तैयार किया हैं। इसके लिए कुछ भरोसेमंद मंत्रियों से इस्तीफे लिए जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक दिग्विजय ने बजट बाद मंत्रिमंडल विस्तार के संकेत दिए हैं।
बीजेपी की कड़ी निगरानी में है सभी विधायक
संगठन मंत्री और जिलाध्यक्षों से कहा गया है कि सभी पर अप्रत्यक्ष रूप से निगरानी रखें। जैसे ही किसी के फोन बंद होने या कहीं आने-जाने की खबर मिले, उसे शिवराज सिंह और नरोत्तम मिश्रा को बताया जाए। बता दे कि नारायण त्रिपाठी और शरद कोल पर बीजेपी की नज़र बनी हुई हैं।