"विकास की और बढ़ता मध्यप्रदेश"!! पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस के बाद अब "बिजली" के दामों में भी हुआ इज़ाफ़ा

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश में जारी कोरोना संकटकाल के बीच शिवराज सरकार लगातार प्रदेश की जनता को झटके पे झटके दे रहीं हैं। इसी सिलसिले में प्रदेश की जनता को फिर बड़ा झटका लगा हैं। महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को अब बिजली से झटका दिया गया हैं। बता दे कि पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस के बाद अब बिजली के दामों में भी इज़ाफ़ा किया गया हैं। जिसक बाद आम आदमी की जेब पर और बोझ बढ़ जाएगा।
प्रदेश में अब बिजली और महंगी हो गई हैं। विद्युत वितरण कंपनियों के प्रस्ताव पर मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने वर्तमान टैरिफ में 1.98% की वृद्धि को स्वीकृति दे दी हैं। गुरूवार को इस सम्बन्ध में आदेश जारी कर विद्युत दरों का निर्धारण किया हैं। नई दरें 26 दिसंबर से अगली विद्युत दरों के निर्धारण किए जाने तक की अवधि के लिए लागू रहेंगी।
इधर, बिजली के दामों में हुए इज़ाफ़े के बाद राजनीति के साथ साथ बयानबाज़ी का दौर शुरू हो गया हैं। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसको लेकर सीएम शिवाज और उनकी सरकार का घेराव किया हैं। कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से सीएम शिवराज पर जमकर निशान साधा हैं।
कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि – अबकी बार महंगाई से राहत देने वाली सरकार का नारा देने वाली भाजपा जनता को महंगाई की आग में निरंतर झोंक रही हैं। पेट्रोल – डीज़ल की आसमान छूती क़ीमतों के बाद रसोई गैस सिलेंडर के दामों में भारी वृद्धि और अब बिजली की दरो में वृद्धि…? उन्होंने आगे लिखा कि – महंगाई डायन खाय जात है का नारा देने वाले कोरोना काल में भी जनता को महंगाई की मार के बोझ तले कुचल रहे हैं। कांग्रेस सरकार ने जनता को 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली देकर राहत प्रदान की थी लेकिन भाजपा सरकार ने बिजली महँगी कर जनता के साथ बड़ा धोखा किया हैं। कमलनाथ यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि – कांग्रेस 19 दिसंबर को प्रदेश में पेट्रोल- डीज़ल मूल्यवृद्धि व किसान आंदोलन के समर्थन में विरोध दिवस मना रही है, उस दिन कांग्रेस इस बिजली दर वृद्धि का भी पुरज़ोर विरोध करेगी एवं जनहित में इस मूल्यवृद्धि को वापस लेने की माँग करेगी।