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Mission 2023 : सबसे पुराने वोट बैंक पर कांग्रेस का फोकस, तेज़ी के साथ बढ़ी सक्रियता

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – साल 2018 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की 47 आदिवासी बहुल सीटों में से कांग्रेस ने 32 सीटें जीती थीं। यही कारण है कि कांग्रेस एक बार फिर अपने सबसे पुराने वोट बैंक आदिवासियों पर फोकस कर रही हैं। कांग्रेस को इन आदिवासी सीटों से खासी उम्मीद हैं। अपनी साख को बरकरार रखने के लिए कांग्रेस पार्टी अभी से आदिवासी इलाकों पर फोकस बढ़ाती हुई नजर आ रही हैं। 

मिली जानकारी के अनुसार पार्टी आदिवासियों को साधने के लिए वो आदिवासी डॉक्यूमेंट तैयार करेगी। इस डॉक्यूमेंट में इंदिरा गांधी सरकार से लेकर यूपीए और कमलनाथ सरकार तक के आदिवासी हित में लिए गए फैसलों की जानकारी रहेगी। वहीं, कांग्रेस विधायक हर्ष विजय गहलोत ने बताया कि कांग्रेस पार्टी आदिवासी हित में लगातार फैसले लेती रही हैं। कांग्रेस ने देश की सत्ता में रहते हुए वन अधिकार कानून लागू करने से लेकर कई बड़े फैसले किए हैं। इसकी जानकारी अब डॉक्यूमेंट के जरिए आदिवासियों तक पहुंचाई जाएगी। 

बता दे की मध्य प्रदेश में 15 महीने सत्ता में रहने के बाद कुर्सी गंवाने वाली कांग्रेस पार्टी अब मिशन 2023 की अभी से तैयारी कर रही हैं। कांग्रेस में बीते 2 साल के बाद अब प्रदेश प्रभारी से लेकर सह प्रभारियों की सक्रियता तेजी के साथ बढ़ी हैं। दिल्ली के निर्देश पर कांग्रेस के महासचिव और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक से लेकर सह प्रभारियों के बीच जिम्मेदारियों का बंटवारा कर अब दौरे कार्यक्रम तेज हो गए हैं। हाल ही में मुकुल वासनिक ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पहुंचकर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास किया। कांग्रेस पार्टी सह प्रभारियों के बीच अलग-अलग जोन का बंटवारा कर जिम्मेदारी सौंप चुकी हैं। मुकुल वासनिक का दौरा पूरा प्रदेश में है तो सह प्रभारियों के बीच जोन का बंटवारा हो गया हैं। पार्टी ने सह प्रभारी सुधांशु त्रिपाठी, संजय कपूर, सी पी मित्तल और कुलदीप इंदौरा को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी देकर सक्रियता बढ़ा दी हैं।
 

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