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रतलाम : बाबा झाड़फूंक कर कोरोना का ईलाज़ कर रहे थे, खुद मरे कईयों को बुलावा भी भेज दिया

रतलाम।

अंधविश्वास इंसानियत पर कितना भारी है इसका ताजातरीन उदाहरण मध्यप्रदेश के रतलाम में देखने को मिला। यहां अंधविश्वास के चक्कर में ना जाने कितने लोगों को कोरोनावायरस का संक्रमण हुआ और जिसने सबको संक्रमित किया वह खुद भी कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद काल के गाल में समा गया। पूरा मामला मध्यप्रदेश के रतलाम जिले का है यहां लोगों का झाड़ फूंक करने वाले असलम बाबा का कोरोना वायरस से संक्रमण के बाद 4 जून को मौत हो गया था। इसके बाद इनके संपर्क में जितने भी लोग आए थे उनमें से अब तक 23 पॉजिटिव पाए जा चुके हैं।

दरअसल रतलाम के असलम बाबा लोगों झाड़ झाड़-फूंक कर उनका इलाज करते थे। हो सकता है उनमें से एक दो ठीक हो गए हो, किसी भी कारणवश। लेकिन अति तब हो गई जब बाबा के बारे में ये भी शोर हो गया कि वह झाड़-फूंक से कोरोनावायरस का भी इलाज कर सकते हैं। बाबा ने भी लोगों का हाथ चूम कर उनका इलाज करना चालू कर दिया। जिसके बाद से रतलाम जिले में अब तक तकरीबन 26 नए मरीज मिल चुके हैं। इन में से 23 मरीज वे हैं जो बाबा के संपर्क में सीधे आए थे।

हैरानी की बात यह है कि सतर्कता को लेकर इतना प्रचार-प्रसार करने के बाद भी कुछ लोग बाबा के पास कोरोना का इलाज करवाने पहुंच गए थे। बाबा लोगों का हाथ चूम कर खतरनाक वायरस को भगा रहा था। 4 जून को बाबा की संक्रमण के कारण मौत हो गई। जिसके बाद कांटेक्ट ट्रेसिंग में कुछ अन्य लोगों को फौरन टाइम कर उनके सैंपल लिए गए तो 7 जून को मिली रिपोर्ट में नयापुरा के कुछ लोग पॉजिटिव मिले वहीं अब तक तकरीबन 24 लोग पॉजिटिव पाए जा चुके हैं और इनमें से 23 बाबा के संपर्क में आए थे। प्रशासन द्वारा लगातार सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील, बहुत जरूरी काम आने पर घर से बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है।

प्रशासन क्या कह रही?

मामले को लेकर रतलाम के नोडल अधिकारी प्रमोद प्रजापति ने मीडिया को बताया कि संक्रमित लोग बाबा के संपर्क में आए थे। मध्यप्रदेश में अब तक 10 हज़ार से अधिक कोरोना के केस देखे गए हैं. 431 लोगों की मौत हो चुकी है।

 

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