मध्यप्रदेश में अलग-अलग धर्मगुरुओं पर तीन लड़कियों और महिला से rape के आरोप
मध्यप्रदेश में अलग-अलग धर्मगुरुओं पर तीन लड़कियों और महिला से rape के आरोप
भोपाल: मध्यप्रदेश में बलात्कार के दो ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें दो अलग-अलग समुदायों के धर्मगुरुओं पर रेप का आरोप लगा है.
- सतना जिले के मैहर में एक 55 साल के धर्म गुरु को तीन दलित बहनों का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
- दूसरी तरफ राजधानी भोपाल में एक 22 वर्षीय महिला को कथित तौर पर पति ने तीन तलाक दे दिया और फिर उसे एक बाबा के पास भेज दिया. उस बाबा ने हलाला के बहाने उससे कथित रूप से बलात्कार किया.
पहला मामला मैहर का हैं
मैहर में धर्मगुरु नारायण स्वरूप त्रिपाठी ने 14, 15 और 17 साल की तीन बहनों का कथित रेप किया. यह कृत्य उसने अपने घर पर किया. लड़कियों के मां-बाप उनकी जन्मकुंडलियों में काल सर्प दोष के निवारण के लिए उन्हें त्रिपाठी के पास के ले गए थे. उन्होंने त्रिपाठी से दोष निवारण के लिए अनुष्ठान करने के लिए त्रिपाठी से कहा. त्रिपाठी ने तीनों बहनों को एक-एक करके एक कमरे में बुलाया और अनुष्ठान के नाम पर उनका यौन शोषण किया.
पुलिस ने किया मामला दर्ज
पुलिस थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे ने बताया कि आरोपी को विस्तार से पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके खिलाफ आईपीसी, पॉस्को और
एससी-एसटी (एट्रोसिटीज प्रोटेक्शन एक्ट) के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
दूसरा मामला राजधानी भोपाल का हैं
भोपाल में मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण एक्ट 2019 ) के तहत एक बाबा और पीड़ित महिला के पति के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. एसएचओ अजय नायर ने बताया कि महिला की शिकायत मिली है कि उसके पति ने उसे तीन तलाक दिया. इसके बाद उसने बाबा को बुलाया और कहा कि वह पत्नी को अपनाना चाहता है और हलाला चाहता है. महिला का आरोप है कि उसके ससुराल के लोग बाबा के प्रति घोर अंधविश्वास से घिरे हैं. आरोपी 51 साल के अनवर खान ने स्वीकार किया कि उसने महिला से लगातार तीन दिन तक रेप किया.
पीड़ित महिला का यह भी आरोप है कि आरोपी उसके “निकई अब्बा” उससे नियमित रूप से मिलने आते थे और अश्लील हरकतें और बातचीत करते रहते थे. उसने इस बारे में ससुराल वालों से शिकायत की लेकिन उन्होंने कभी उस पर विश्वास नहीं किया.
बड़ा सवाल सरकार- सरकार से
- हालंकि दोनों मामलों में पकड़े गए आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है.लेकिन क्या हमारे देश प्रदेश की बेटी सुरक्षित
- इसका दावा क्या दे सकती हैं सरकार ?
- में आपको बता दूँ की जो हमारी सरकारे हैं वो “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” का नारा तो दे सकती हैं लेकिन समाजिक तौर पर सुरक्षा के लिए ना तो सरकार के पास योजना हैं ना कोई बिल
- क्योंकि देश में तमाम ज़रूरी मुद्दों के बीच एक CAB बिल पास कराने से सरकार को फ़ुर्सत नहीं है