मध्य प्रदेश में भी लंपी वायरस से बना दहशत का माहौल, जानिए कहां-कहां दी इस वायरस ने दस्तक ?
मध्यप्रदेश में भी लंपी वायरस ने बनाया दहशत का माहौल, गायों के शरीर में गठानें होकर बनने लगे घाव
मध्यप्रदेश में भी लंपी वायरस ने दहशत माहौल बना दिया है। हाल ही में रतलाम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में गायों में इसके लक्षण देखने को मिलने लगे हैं। यहां सेमलिया और बरबोदना सहित कुछ गांवों में एक दर्जन से अधिक गायों के शरीर में छोटी-छोटी गठानें से घाव बनते हुए नजर आने लगे हैं। इसके मद्देनजर विभाग द्वारा सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।
खबरों के अनुसार, बताया जा रहा है कि सेमलिया और बरबोदना सहित कुछ गांवों में गायों में बीमारी फैलती हुई नजर आ रही है। वहीं, ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है कि गायों के शरीर में गठानें होकर घाव बनने लगे हैं।
पशु चिकित्सा विभाग के अफसरों द्वारा वायरस के लक्षण वाले पशुओं के सैंपल लेकर उन्हें घर भेज दिया गया है। इसी के साथ, एडवाइजरी जारी कर पशु को आइसोलेट के साथ इलाज करवाने की सलाह दी जा रही है । इसको लेकर सेमलिया गांव के पशु पालकों का मानना है कि गांव में लगभग एक दर्जन से अधिक गायों में इस वायरस के लक्षण देखे गए हैं।
लंपी वायरस से दहशत इसलिए बनती है क्योंकि पशु इंफेक्टेड भी हो जाए तब भी 7 दिनों तक इस बीमारी का पता नहीं चल पाता है । जब इसका पता चलता है तब तक काफी देर हो जाती है तब तक इंफेक्टेट पशु के संपर्क में आने से कई पशु संक्रमित हो चुके होते हैं। वायरस फैलने का मुख्य कारण मक्खियां और मच्छर बताया जा रहा है। इन्हीं की वजह से लंपी बीमारी एक पशु से दूसरे पशु में फैल रहा है।
बताया जा रहा है कि जब किसी पशु में वायरस फैल जाता है तब पहले उसकी स्किन पर नर्म गांठे बन जाती है। फिर पूरे शरीर पर गांठें बनने लगती हैं। फिर ये गांठें धीरे-धीरे फूटने लगती हैं। ये मक्खी-मच्छर पशु पर बैठते हैं और वे इनसे इंफेक्ट हो जाते हैं। इन्फेक्टेड होने पर जानवरों में बुखार आने लगता है, आंखों एवं नाक से स्राव होने लगता है, मुंह से लार निकलने लगती है, शरीर में गांठों जैसे नरम छाले जैसे पड़ने लगते हैं और दूध उत्पादन में कमी आने लग जाती है।