जानिए कैसे मध्यप्रदेश का बजट सत्र पूरी तरह से होगा चुनावी?
- 9 मार्च को मध्यप्रदेश का होगा बजट पेश
- 8 मार्च से मध्य प्रदेश का विधान सभा सत्र शुरू
- इस बार का बजट सत्र पूरी तरह से चुनावी
भोपाल:- मध्य प्रदेश का विधान सभा सत्र 8 मार्च से शुरू होगा। वहीं, 9 मार्च को प्रदेश का आम बजट पेश किया जाएगा।
इस बार का यह बजट पूरी तरह से चुनावी होने वाला है। क्योंकि आगामी 2023 में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सरकार के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है बजट में जनता को लुभाने वाली चीजों को पेश करना।
हालांकि मध्यप्रदेश में रोजगार के लिए सबसे ज्यादा प्रदर्शन किए जा रहे हैं युवा बजट में खास तौर पर अपने लिए रोजगार के क्षेत्र में बजट चाहते हैं
वही शासकीय अधिकारी कर्मचारी इस बजट में चाहते हैं कि पुरानी पेंशन योजना से बहाल किया जाए।
सबसे पहले राजस्थान सरकार ने अपने बजट सत्र के दौरान पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया। उसके बाद अन्य राज्यों ने राजस्थान की तर्ज पर पेंशन योजना को बहाल करने की तैयारी बना ली हैं।
जबकि, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि अगर उत्तर प्रदेश में उनकी सरकार बनती है तो पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाएगा।
बजट में सरकार किसानों को साधने के लिए उन्हें किराए पर ड्रोन उपलब्ध कराएगी। ये ड्रोन छोटे किसानों को कस्टमर हायरिंग स्कीम के अंतगर्त दिए जाएंगे।
जानकारी के अनुसार, शिवराज सरकार जिन योजनाओं पर ज्यादा फोकस कर सकती है। उनमें अनूसूचित जाति-जनजाति, ओबीसी छात्रों की स्कॉलरशिप, तीर्थ दर्शन, शंकराचार्य की मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ वेलनेस’,धार्मिक योजना-राम वन गमन पथ न्यास शामिल हैं।
सरकार गो-संवर्धन के लिए अलग से योजना ला सकती है। इसके अलावा गांवों की सड़कों के निर्माण पर सरकार विशेष ध्यान देगी।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में इन दिनों पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग सबसे ज्यादा उठ रही है। अब देखना होगा कि इस बजट में पुरानी पेंशन योजना को लेकर सरकार का क्या कुछ रवैया रहता है।