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कटनी  : छह माह बाद महाराष्ट्र से वापस अपने गांव लौटे बंधक बनाए गए 53 मजदूर

कटनी  : छह माह बाद महाराष्ट्र से वापस अपने गांव लौटे बंधक बनाए गए 53 मजदूर

  • स्लीमनाबाद के धनवाही लौटे श्रमिक, सोलापुर के कंदलगांव के अनुभव साझा कर भर आईं आखें
  • पूरी प्लानिंग बनाकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया क़र शुगर माफियाओं के चंगुल से मुक्त कराया 
  •  मजदूरों ने बताया कि उन्हें काम के एवज में न तो पैसे दिए जाते थे न भरपेट भोजन

कटनी से सतेंद्र तिवारी की रिपोर्ट
यूं तो नागपुर से जबलपुर की ओर कई बसें आती हैं लेकिन शुक्रवार की शाम संस्कारधानी से गुजरी यह बस खुशियों की खास पैगाम लेकर लौटी। कटनी जिले के स्लीमनाबाद के धनवाही के 52 मजदूरों के चेहरों में घर वापसी को लेकर जो खुशी थी वह शब्दों में बयां नहीं हो सकती। पिछले छह माह से बंधकर बनाकर महाराष्ट्र के सोलापुर के निकट कंदलगांव में रखे गए मजदूरों को पूरी प्लानिंग बनाकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और उन्हें शुगर माफियाओं के चंगुल से मुक्त कराया गया। शुक्रवार देर रात को अपने-अपने घर पहुंचे इन मजदूरों ने कंदलगांव के दिनों को याद किया तो उनकी आंखें भर आईं। मजदूरों ने बताया कि उन्हें काम के एवज में न तो पैसे दिए जाते थे न भरपेट भोजन। 


गन्ने के खेतों में छापा मारकर इन मजदूरों को पुलिस अभिरक्षा में ले लिया…
मंगलवार को कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के पास जनसुनवाई में यह मामला आया था। जानकारी के बाद मिश्रा ने एसडीएम स्लीमनाबाद रोहित सिसोनिया से चर्चा की और मजदूरों को मुक्त कराने की योजना तैयार की गई। सिसोनिया ने गांववालों से बंधक मजदूरों के मोबाइल नंबर हासिल किए और सिसोनिया सहित उनके रीडर विवेक त्रिपाठी ने मजदूरों से बातचीत की। इस काम में सिसोनिया के बैच मेट और ढीकमगढ़ के जतारा एसडीएम सौरभ सोनवाने ने अहम भूमिका अदा कर सोलापुर एसपी तेजस्वी सतपोटे से बातचीत की। सतपोटे ने  योजना बनाई और  इंस्पेक्टर नितिन थेटे रेकी के काम में जुट गए। बुधवार को सोलापुर पुलिस ने क्राइम ब्रांच के साथ टीम बनाकर बुधवार को सोलापुर जिले से 25 किमी. दूर कंदलगांव के गन्ने के खेतों में छापा मारकर इन मजदूरों को पुलिस अभिरक्षा में ले लिया। इन सभी मजदूरों को भोजन और कंबल की व्यवस्था कराने के बाद गुरुवार को सुबह बस से मप्र के कटनी जिले के लिए रवाना किया गया। शुक्रवार शाम को जबलपुर होते हुए बस  कटनी के स्लिमनाबाद पहुंची और उन्हें उनके गांव धनवाही पहुंचाया गया।


रंग लाई आईएएस और आईपीए अफसरों की प्लानिंग …
मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन के पहले कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, सोलापुर एसपी तेजस्वी सतपोटे और स्लिमनाबाद एसडीएम रोहित सिसोनिया, ढीकमगढ़ -जतारा एसडीएम सौरभ सोनवाने की भूमिका अहम रही। कटनी से टीम  बनाकर उसे महाराष्ट्र रवाना करने की अपेक्षा आपसी समायोजन के साथ ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। सभी आईएएस और आईपीएस अफसरों की सूझबूझ और प्लानिंग लाई रंग और श्रमिक वापस अपने परिवार तक पहुंच पाए।


सोलापुर के शुगर माफिया पर महिला आईपीएस की दबंगई पड़ी भारी …
सोलापुर एसपी तेजस्वी सतपोटे ने मजदूरों को रिहा कराने की सूचना मिलते ही तुरंत सिक्रयता दिखाई और शुगर माफिया की दबंगई को दरकिनार कर अपने कत्र्तव्य को प्राथमिता दी। सतपोटे की टीम में नितिन थेटे ने इस पूरे ऑपरेशन में अहम योगदान दिया।
इनका कहना
 टीम बनाकर पुलिस दल को रवाना करने में समय जाया किए बगैर मामले पर त्वरित कार्रवाई करने को प्राथमिकता दी गई। शिकायत मिलने के तीन दिन के भीतर मजदूरों को सकुशल घर पहुंचा दिया गया।

 रोहित सिसोनिया, एसडीएम, स्लीमनाबाद

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