कटनी : बहोरीबंद BRC का ऑडियो हुआ वायरल, मान्यता के लिए मांगे जा रहे थे 31 हज़ार
पहले ही 8 हजार रुपए की पहली किस्त ले चुके है BRC प्रजापति
मध्यप्रदेश/कटनी – ऑडियो टेप के आधार पर बहोरीबंद बीआरसी डीके प्रजापति ने पटोरी ग्राम में स्कूल की मान्यता दिलाने के लिए स्कूल संचालक से रुपये की मांग की हैं। वही रुपये न देने पर रिपोर्ट गलत भेजने की भी बात कही। रिश्वत मांगने की पूरी बात स्कूल संचालक ने अपने मोबाईल पर रिकार्ड कर ली। ऑडियो में BRC द्वारा कहा गया कि यदि पूरे पैसे जमा नही किये तो मान्यता नही मिलेगी वही पहली किस्त वापस करने की भी बात कही जा रही है। BRC ने कहा है कि जिले में बैठे अधिकारियों को भी पैसे देने पड़ते है तब जाकर मान्यता मिलती वही 15 हजार मुझे चाहिए और 16 हज़ार DEO ऑफिस जायगा तभी मान्यता मिलेगी, पीड़ित संचालक ने कहा कि आप हमारी फ़ाइल संजीव त्रिपाठी के यहां भिजवा दीजिए तभी brc ने कहा कि MIS 1 हजार जमा करें और 15000 जिला में जमा करें और बाकी 7000 मुझे जमा करे। संचालक ने इतने पैसे देने से मना कर दिया इतनी बात होने के बाद सामंजस्य न बनने पर BRC ने कहा कि आप अपने 8 हजार वापस ले लो हम घुइयां छीलने को थोड़ी बैठे है हम आपके नोकर नही है।
इस ऑडियो में हुई बातचीत से साबित होता है कि विकाशखण्ड से लेकर जिला तक सभी घूस (रिश्वत) खा रहे है और जमकर भ्रष्टाचार मचाए हुए है।अब देखना यह बाकी होगा कि जिले में बैठे जिम्मेदार अधिकारी क्या भृष्ट अधिकारियों पर क्या कार्यवाही करते है।
आपको बताते चले कि पूर्व में भी विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी के द्वारा ऑडिट के नाम पर शासकीय शिक्षकों से पैसे की मांग कर चुके हैं जिसके खिलाफ बहोरीबंद विकाशखण्ड के सभी शिक्षकों ने समूहिक रूप से बहोरीबंद अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन दिया था और भ्रष्ट अधिकारी को पद से हटाने की मांग की थी।
वही उक्त अधिकारी पर महिला शिक्षकों को अश्लील मैसेज भेजने एवं समूह की महिलाओं से अभद्रता करने का आरोप भी लगाया गया था। लेकिन नेताओ एवं जिला प्रशासन तक अच्छी पकड़ होने की वजह से brc का बाल भी बांका न हो सका नतीज़न आज विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी खुलेआम प्राइवेट स्कूल संचालकों से रिश्वत मांगने की बात कर रहे है। पूर्व में लगे आरोपो की जांच का जिम्मा बहोरीबंद sdm को सौपा गया था लेकिन sdm द्वारा की गई जाच का आज तक कुछ पता नही चला। जिससे विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी के होशले बुलंद हो गए और खुलेआम रिश्वतखोरी में उतारू हो गए है।