कमलनाथ की सीएम शिवराज को चिट्ठी, कहा वित्तीय हालातों पर श्वेत पत्र जारी करें
मध्यप्रदेश में लगातार कर्ज ले रही सरकार पर कांग्रेस हमलावर हो गई है| प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर राज्य के वित्तीय हालातों पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है| कमलनाथ ने पत्र में लिखा है कि मार्च 2021 के हालात में राज्य सरकार पर 2.53 लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज हो चुका है| जबकि प्रदेश का सालाना बजट 2.41 लाख करोड़ रुपए का है|
कमलनाथ ने पत्र में लिखा बीते डेढ़ साल में सरकार ने 32 बार कर्ज लिया है और कर्ज की राशि 49,800 करोड़ रुपए से ज्यादा है. प्रदेश सरकार अब तक लिए गए कर्ज के मात्र ब्याज भुगतान में 1 साल में लगभग 16,500 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है| बीते 15 सालों में प्रदेश सरकार लगातार कर्ज ले रही है और अब प्रदेश के हर एक नागरिक पर औसतन 30 हजार का कर्ज हो गया है| उन्होंने प्रदेश में विकास की योजनाओं के ठप होने और सड़कों के हाल बेहाल होने का आरोप लगाया| कमलनाथ का कहना है कि प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि राज्य का वित्तीय प्रबंधन कैसा है| पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने भी सरकार से वित्तीय हालातों पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है. डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा है कि सरकार विकास के नाम पर कर्ज लेने की बात कर रही है| लेकिन प्रदेश में विकास दिखाई नहीं दे रहा है| ऐसे में प्रदेश के आर्थिक हालातों पर सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए|
बीजेपी ने किया पलटवार
दूसरी ओर, बीजेपी ने भी कमलनाथ की मांग पर जवाबी हमला बोला है. प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि कमलनाथ सरकार में समानांतर सरकार संचालित होती थी, जो भ्रष्टाचार करती थी. कमलनाथ सरकार में भी विकास के नाम पर कर्ज लिया गया, लेकिन विकास नहीं हुआ. मौजूदा शिवराज सरकार में वित्तीय प्रबंधन बेहतर है और जो अर्थ तंत्र प्रभावित हुआ है उसके लिए तत्कालीन कमलनाथ सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं| बता दें, लगातार कर्ज लेने से प्रदेश पर दो लाख 53 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज हो चुका है|