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कमलनाथ ने 15 महीनों में इतने मुद्दे दिए है कि एक-एक विधानसभा में 50-50 हज़ार वोट से हारेंगे – कैलाश विजयवर्गीय

इंदौर/आयुषी जैन: भारतीय जनता पार्टी के महासचिव और वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर जमकर हमला बोला । उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी । इंदौर के रेसीडेंसी कोठी में व्यापारियों से बात की और शहर में बढ़ रहे कोरोना केसेस को लेकर व्यापारियों से चर्चा की और कोरोना से लड़ने में सावधानिया बरतने को कहा उन्होंने लॉक डाउन और दुकान बंद के विषय मे कहा कि इसकी आवश्यकता नही है । साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र सरकार की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े किये । 

भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को व्यापारियों से बात करने के दौरान  कहा कि लॉकडाउन करना, दुकानें बंद करना अब इसकी आवश्यकता नहीं है, जरूरी है तो जागरूकता की। हमें इस प्रकार से माइंड को सेट करना होगा कि कोरोना भी रहेगा और हम भी रहेंगे। इसलिए प्रोटोकॉल का पालन करें । 

कमलनाथ पर मीडिया से बातचीत के दौरान विजयवर्गीय ने कहा कि, कमलनाथ ने 15 महीनों में इतने मुद्दे दिए हैं कि एक-एक विधानसभा में 50-50 हजार वोट से हारेंगे। उन्होंने कहा कि वे कोई अच्छे वक्ता नहीं हैं, अच्छे प्रशासक नहीं हैं। अच्छे व्यापारी जरूर हैं, लेकिन सांवेर ऐसी जगह नहीं जहां वे व्यापार करें। वोट खरीदने बचने आएं हों तो बात दूसरी है। कमलनाथ का समाज के ऊपर कोई असर नहीं है। कमलनाथ ने शासन द्वारा जमा की जाने वाली बीमा राशि जमा ही नहीं की थी। उससे कम से कम तीन- चार हजार करोड़ का किसानों का नुकसान होता। शिवराज ने आते ही बीमा राशि जमा कर दी तो किसानों को चार हजार करोड़ रुपए मिल गए।

विजयवर्गीय ने कहा कि चावल घोटाले को लेकर कहा कि महू में जो पकड़ाया है। वह कांग्रेस पदाधिकारी का खास है। कांग्रेसी इस प्रकार के घोटाले कर रहे हैं। उसने करीब 300 करोड़ के अनाज का घोटाला किया है। कांग्रेस जो सूची जारी कर रही है वह हारने वाले उम्मीदवारों की है। 15 अभी जारी कर दी है। बचे हुए भी हारने वाले उम्मीदवारों की सूची जारी करेगी।

उत्सवों को लेकर विजयवर्गीय ने कहा कि हमारे यहां भव्य उत्सव होते थे, लेकिन इस बार सभी ने उसके स्वरूप को छोटा किया। मैं उत्सव और परंपरा के समाप्त होने का पक्षधर नहीं हूं। नवरात्रि आ रही है तो दुर्गा जी बैठें और आरती हो। इसके बाद अपने-अपने घर जाएं। गरबे नहीं हों । 

प्रदेश में हुई ऑक्सीजन की कमी को लेकर उन्होंने कहा कि केंद्र ने भी स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं होनी चाहिए।

महाराष्ट्र सरकार को लेकर कहा कि कोरोना उसने संभल नहीं रहा है तो नए-नए मुद्दे सरकार निकाल रही है। ऐसे समय में ताे उन्हें बचना चाहिए। कंगना हो या फिर सुशांत सिंह की बात, महाराष्ट्र सरकार की भूमिका निष्पक्ष नहीं रही, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। राजनीतिक आयोजनों पर सोशल डिस्टेंसिंग टूटने की बात को लेकर कहा कि चुनाव आयोग ने जो गाइड लाइन जारी की है, सभी राजनीतिक दलों को उसका पालन करना चाहिए ।

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