ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी के साथ की गद्दारी , वे चाहते तो मैं राज्यसभा सीट छोड़ देता दिग्विजय सिंह
मध्यप्रदेश/भोपाल(Bhopal) – : पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह(Digvijay singh) ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya scindia) ने कांग्रेस(Congres)पार्टी के साथ गद्दारी की है, वे चाहते तो मैं राज्यसभा की सीट छोड देता। जिन लोगों ने पार्टी के साथ गद्दारी की है, उन सब को हराना बहुत ही जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग दल बदल करते हैं, उनको 6 साल के लिए चुनाव लडऩे से अयोग्य घोषित कर देना चाहिए। कानून में यह प्रावधान होना बहुत जरूरी है।
तुलसी ने लिए तबादले के रुपए – :
दिग्विजय ने अब यह आरोप लगाया कि तुलसी सिलावट (Tulsi silawat)ने उनके कहने के बाद भी पूर्व विधायक के करीबी क तबादले के 3 लाख रुपए मांगे थे। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना (Corona)काल के समय में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के क्षेत्र में गेहूं का बड़ा घोटाला किया गया है।
राकेश पर भी आपत्ति है – :
विधानसभा उप चुनाव के समय पार्टी में वापस आने वाले नेताओं पर दिग्विजय ने कहा कि राकेश सिंह चतुर्वेदी की वापसी और चुनाव लड़ाने पर मुझे आपत्ति है, क्योंकि उन्होंने उप नेता प्रति पक्ष होते हुए अविश्वास प्रस्ताव के समय कांग्रेस छोड़ी थी। दिग्विजय ने कहा कि प्रेमचंद गुड्डू या बालेंदु शुक्ला से मुझे कोई आपत्ति नहीं है।
ये भी कहा कमलनाथ से कोई मतभेद नहीं – :
दिग्विजय सिंह कहा कि मेरे और कमलनाथ के बीच पिछले 40 साल से संबंध हैं। हमारे रिश्ते भाई जैसे हैं, जो लोग ये कह रहे हैं कि मेरे और उनके बीच मतभेद है, यह उनकी गलत फेहमी है। हमारे बीच में जब कोई मुद्दा आता है तो हम बैठकर बात कर लेते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने इतना धन इकठा किया है कि उसने खरीदी-फरोख्त मंडी लगा ली है। गुजरात के हालात पर कहा कि जिनको जो लेना था, उन्होंने ले लिया इसलिए अब मध्यप्रदेश में गुजरात जैसे हालात नहीं बनेंगे।
अब तुलसी सिलावट, मंत्री – :
पूर्व मुख्यमंत्री को इस तरह के आरोप शोभा नहीं देते। अब उनको तबादलों की याद आ रही है। यह आरोप एकदम निराधार हैं।