आइशी घोष का आरोप आरएसएस समर्थक लोगों ने करवाया हमला
*गार्ड थे मौजूद नहीं मिली मदद
*आरएसएस समर्थक प्रोफेसर खुलेआम धमकी दे रहे
नई दिल्ली :-देश के बड़े विश्वविद्यालों में से एक जेएनयू में विवाद थमने का नाम नहीं ले रही है |अब वहां की छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष ने अपने और साथियों के ऊपर हुए हमलें को सुनयोजित करार दिया है | घोष ने कहा, ' जेएनयू इकलौता नहीं है जहाँ हमला हुआ है| जामिया और अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भी हो चुका है| उन्होंने आरएसएस पर आरोप लगाते हुए बोला की 4-5 दिनों से कैंपस में हिंसा हो रहा था| मेरे सामने 2 दिन पहले आरएसएस समर्थक प्रोफेसर उपाध्याय खुलेआम धमकी दे रहे थे|'
घोष आगे कहती हैं, 'इतने वर्षों में ऐसा कभी भी नहीं हुआ है|उन्होंने बताया कि वह लोग साबरमती में इकट्ठा होकर चाय पी रहे थे| इसी बीच ''ग्रुप ऑफ पीपल” गंगा ढाबा पर इकठा हुए जिनके हाथों में हथियार थे| पहले उनलोगों ने एक मुस्लिम छात्र को थप्पड़ मारा| हमनें इस बात की जानकारी पुलिस को भी दी . पुलिस ने उस समय बताया कि सब नार्मल है|सबको हटा भी दिया गया | उसके बाद 60-70 लोग शाम को आए और मारपीट करने लगे '
गार्ड थे मौजूद नहीं मिली मदद
आइशी ने वहां तैनात सुरक्षा गार्डों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जहाँ जहाँ हिंसा हुई उस जगह पर सिक्योरिटी गार्ड मौजूद थे| पर इनलोगों को किसी ने नहीं रोका| दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए उन्होने कहा की यह जामिया में घुस सकते हैं ,फीस बृद्धि मामले में कैंपस आ सकते हैं परन्तु जानकारी देने के बावजूद यह हिंसा रोकने नहीं आये |आइशी घोष यह सभी बातें एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कह रहीं थीं| बता दें की रविवार शाम को जेएनयू कैंपस में छात्रों पर हमला हुआ था जिसमे आइशी और कुछ छात्र बुरी तरह ज़ख़्मी हो गए थे|