झाबुआ:- सोशल मीडिया पर वायरल हुई निर्मला, अपने हक के लिए चीखती रही चिल्लाती रहीं, पर सरकार मौन
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी चर्चा का विषय बना हुआ है.
झाबुआ में कॉलेज छात्रा का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. ये वीडियो कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के धरना प्रदर्शन का है. इसमें स्टूडेंट्स अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन के दौरान एक छात्रा प्रशासन और सरकार पर भड़क जाती है. वह कलेक्टर से कहती है कि अगर आप आदिवासी स्टूडेंट्स की मांगें पूरी नहीं कर पाते, तो हमें कलेक्टर बना दो, हम सबकी मांगें पूरी कर देंगे.
वायरल हो रहे वीडियो में लड़की कह रही है, “नहीं तो सर हमको कलेक्टर बना दो. इस पर उसकी साथी लड़कियां हंसने लगती हैं. मगर निर्मला उन्हें नजरअंदाज करती हैं और आगे कहती हैं. हम कलेक्टर बनने के लिए तैयार हैं. सबकी मांगें पूरी कर देंगे सर, आप कर नहीं पाते तो…किसके लिए बनी है सरकार, जैसे क्या हम भीख मांगने के लिए यहां आए हैं. हमारे गरीब के लिए तो कुछ व्यवस्था तो करो सर. हम इतनी दूर से आते हैं आदिवासी लोग, किराये के कितने पैसे देकर आते हैं.
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी. बताते चलें कि मध्यप्रदेश में बेरोजगारी का स्तर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है.
इस वीडियो में नजर आ रही लड़की का नाम निर्मला चौहान है. वह कॉलेज छात्रा है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद वह अपने क्षेत्र में स्टार बन गई है.
युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने भी निर्मला और उनकी साथियों से मुलाकात की. उन्होंने निर्मला के जज्बे की तारीफ की और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय आदर्श महाविद्यालय एवं गर्ल्स डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाले लगभग 400 विद्यार्थियों ने विभिन्न समस्याओं के लिए कलेक्टोरेट का घेराव किया।
प्रदर्शन में शामिल अधिकतर छात्राएं थीं। प्रदर्शन कर रहे छात्रों के कलेक्ट्रेट पहुंचने पर पुलिस ने इन्हें बैरिकेड्स लगा दिया जिससे आक्रोशित विद्यार्थी परिसर में ही धरने पर बैठ गए।
लगभग 45 मिनट तक 400 से अधिक विद्यार्थियों ने सरकार और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की लेकिन फिर भी कोई अधिकारी उनकी बात सुनने के लिए नहीं आया। इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच खींचतान भी होती नजर आई।
हंगामा बढ़ता देख तहसीलदार आशीष राठौर ज्ञापन लेने पहुंचे। उन्होंने 4 विद्यार्थियों को अपनी समस्या बताने के लिए कलेक्टर के पास भी भेजा। छात्राओं ने कॉलेज छोड़ने के नाम पर बस संचालकों के अभद्र व्यवहार और पैसे वसूलने की जानकारी दी।
फिलहाल इस वायरल वीडियो पर अभी तक प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है वहीं विपक्षी दल ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. आगे देखना होगा कि युवाओं के हित में सरकार कुछ करती ही है या इसी तरह से युवाओं को हर रोज प्रदर्शन करना होगा..
लाल खबरों में इतना ही देखते हैं यह लूट ली थी