सभी खबरें

जबलपुर : बीच नदी में किश्ती लगा निकाली जा रही रेत, यहां रेत माफिया खोखला कर रहे हिरन को देखें video

जबलपुर : बीच नदी में किश्ती लगा निकाली जा रही रेत, यहां रेत माफिया खोखला कर रहे हिरन को देखें video

  •   मझौली तहसील के आधा दर्जन घाटों में रैंप बना कर खुलेआम निकाली जा रही रेत
  •   माइनिंग, राजस्व और पुलिस विभाग सब कुछ देख कर बन रहा अनजान
  •   बाकायदा नाका लगाकर अवैध रेत का दे रहे टोकन

       देखें video : https://www.facebook.com/111571187006513/posts/199166281580336/

द लोकनीति डेस्क जबलपुर
 हिरण नदी में रेत के अवैध उत्खनन का खेल कितने बड़े पैमाने पर हो रहा है इसकी बानगी आपको जबलपुर जिले के मझौली तहसील में हिरण नदी के घाटों पर देखा जा सकता है। जहां रेत माफिया खुलेआम नदी के बीचो-बीच बोट लगाकर खुलेआम रेप निकाल रहे हैं। रेत के अवैध खनन का खेल कितने बड़े पैमाने पर चल रहा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रेत माफिया ने इन अवैध घाटों पर बकायदा रैंप बना लिया है साथ ही हिरण की धार को भी बीच में रोक दिया है। वहीं दूसरी तरफ माइनिंग, राजस्व और पुलिस विभाग सब कुछ जानते हुए भी इस अवैध उत्खनन को रोकने कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। 

 
 जानकारी के मुताबिक मझौली तहसील के खैरी, लुहारी, ककरेहटा, गनियारी, कुडा हिरण नदी घाट पर बाकायदा बोट लगाकर रेत का अंधाधुंध उत्खनन कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो इन घाटों पर करीब 17 से अधिक बोट रेत माफिया ने लगाई हैं। हिरण नदी की धार को बीच में रोककर बाकायदा रैंप बना कर लोहे के पाइप के सहारे रेत निकाली जा रही है। 
पुलिस और प्रशासन की सांठगांठ से चल रहा अवैध उत्खनन : सूत्रों की मानें तो रेत के अवैध उत्खनन में पुलिस और प्रशासन कि मुख सहमति और सांठगांठ से यहां पर बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन चल रहा है। इसी का नतीजा है कि अभी तक इन घाटों पर कोई भी कार्रवाई पुलिस और प्रशासन की तरफ से नहीं की गई। लगातार बढ़ती रेत की मांग के कारण इस क्षेत्र में रेत का अवैध उत्खनन बड़े पैमाने पर हो रहा है।
 बाकायदा नाका लगाकर दे रहे अवैध रेत का टोकन : रेत माफिया यहां से निकलने वाली अवैध रेत को बेचने के लिए बाकायदा नाका लगाकर अवैध टोकन दे रहा है। जहां ट्रैक्टर ट्राली का रेट 2200 डंपर का 8000 और हाईवा का 10500 निर्धारित है। पुलिस प्रशासन और माइनिंग विभाग के अधिकारी सिर्फ एक दो ट्रैक्टर ट्राली या पकड़कर वाहवाही लूट रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ रेत माफिया सिहोरा अंचल की जीवनदायिनी हिरण को पूरी तरह खोखला करने में लगा हुआ है। 
एनजीटी के नियम दरकिनार, कोई कार्यवाही नहीं : एनजीटी के साफ निर्देश है कि नदियों से रेत निकालने के लिए उसकी धार को रोका नहीं जा सकता और बोट लगाकर रेत की अवैध निकासी किसी कीमत पर नहीं की जाएगी लेकिन यहां एनजीटी के सारे नियम को दरकिनार कर रेत माफिया हिरण के अस्तित्व को खत्म करने पर तुला हुआ है। वहीं विभागीय अधिकारी सिर्फ अपने चेंबर में बैठकर इक्का-दुक्का कार्रवाई कर वाहवाही लूटने में लगे हैं।
 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button