प्रशासनिक लापरवाही :-पुत्र है मां के साथ हुए अत्याचारों और प्रताड़ना का गवाह, महिला के आत्महत्या के बाद भी आरोपियों पर कोई कार्यवाही नहीं
लापरवाही :-पुत्र है मां के साथ हुए अत्याचारों का गवाह, महिला के आत्महत्या हो जाने के बाद शिकायत पर भी नहीं हुई अब तक कोई कार्यवाही
जबलपुर से अजय पिंटू शुक्ला की रिपोर्ट:-यह मामला जबलपुर के अधारताल थाना अंतर्गत न्यू कंचनपुर का है. अधारताल अंतर्गत कटारा मोहल्ला निवासी गुड़िया उर्फ रेखा प्यासी विवाहिता ने बीते दिन आत्महत्या किया था. उनका 8 वर्ष का बच्चा रुद्रा प्यासी उन पर हुए अत्याचारों का गवाह है. रेखा प्यासी ने मरने से पहले अस्पताल में अपनी मां से बताया था कि मैंने अपने पति देवर देवरानी झूठे आरोपों एवं प्रताड़ना से परेशान होकर सल्फास को पानी में घोलकर पी लिया है, मेरे पेट में जलन सी हो रही है मां आप बाहर चले जाएं. कुछ ही घंटों बाद उसकी मृत्यु हो गई। मृत्यु होने के दूसरे दिन पोस्टमार्टम कराया गया.
गुड़िया उर्फ रेखा प्यासी के पिता वीरेंद्र बाजपेई द्वारा 6/5/2020 को थाना अधारताल जाकर लिखित में शिकायत की गई थी लेकिन आज तक इसको लेकर कोई भी जवाब या गिरफ्तारी नहीं हो पाई. प्रशासन मौन है.
प्रशासन ने यह चुप्पी क्यों साधी है इसकी वजह अभी तक सामने निकलकर नहीं आ पाई. रेखा प्यासी के परिजनों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की लगातार गुहार लगाई. पर प्रशासन द्वारा अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाए गए हैं.
आखिर कब होगा रेखा प्यासी के साथ न्याय….?
परिजनों के आंखों में आंसू के साथ सिर्फ सवाल है.. एक मासूम अब बिना मां का हो गया… पर अब तक न्याय नहीं मिल पाया है. जबकि रेखा प्यासी का पुत्र रूद्र अपनी मां के साथ हुए सारे अत्याचारों का गवाह है..