जबलपुर : वैक्सीनेशन के बाद भी Corona की चपेट में आए Collector कर्मवीर शर्मा, कही ये बड़ी बात
मध्यप्रदेश/जबलपुर – मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस बड़ी तेजी के साथ फैल रहा हैं। लगातार बढ़ते मामलों को लेकर प्रशासन कभी भी बड़ा फैसला ले रहा हैं। कोरोना के आंकड़े देखें तो एक्टिव केस भी लगातार बढ़ रहे हैं। इनकी संख्या मात्र 18-19 दिनों में दो गुना हो गई हैं। हालांकि, कोरोना संकट से उभरने के लिए स्वास्थ्य विभाग और शासन-प्रशासन वैक्सीनेशन पर भी ज़ोर दे रहा हैं। लेकिन इसी बीच मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक खबर सामने आई है जहां कलेक्टर कर्मवीर शर्मा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के कोरोना पॉजिटिव निकलने पर अधिकारियों-कर्मचारियों में हड़कंप मच गया हैं। रिपोर्ट सामने आने के बाद जबलपुर कलेक्टर ने सभी से अपील की है कि जो भी उनके संपर्क में आए है वे जांच करवाएं और क्वारंटाइन हो जाए।
कोरोना संक्रमण की लौटती लहर से कलेक्टर कर्मवीर शर्मा भी ग्रसित हो गए हैं। कलेक्टर ने नागरिको से अपील करते हुए कहा कि तमाम सावधानियां बरतने के पश्चात भी थोड़ी सी चूक से व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हो सकता है ऐसा मेरा व्यक्तिगत अनुभव हैं। अतः मैं आपसे निवेदन करना चाहता हूं कि कोरोना के नियमो का बिना किसी चूक के पालन करे। उन्होंने कहा कि करोना अभी खत्म नहीं हुआ है जब तक की पूरी तरह से टीकाकरण नहीं हो जाता है तथा टीके के दो डोज़ लगाने और उसके बाद 15 दिन पूर्ण न हो जाये तब तक मास्क ही वैक्सीन का कार्य करेगी। अतः कोरोना के बेसिक नियमों का पालन करें तथा प्रशासन को सहयोग करें।
हैरानी की बात तो ये है कि बीते महिने ही जबलपुर कलेक्टर ने कोरोना वैक्सीन लगवाई थी और सभी जिलेवासियों से अपील की थी कि जब वैक्सीन लगवाने की आम जन की बारी आएगी तो वैक्सीन लगवाने सभी लोग आगे आएं और जिस तरह से वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है उस पर ध्यान न दें।
इस से पहले वरिष्ठ महिला डॉक्टर कोविड-19 के टीके की दोनों खुराक लेने के बावजूद कोरोना वायरस से संक्रमित हो गई हैं। गांधी मेडिकल कॉलेज पदाधिकारियों के मुताबिक 48 वर्षीय डॉक्टर को कोरोना का पहला टीका 16 जनवरी और दूसरा एक मार्च को लगाया गया था। उन्होंने बताया कि 10 मार्च को जांच में डॉक्टर को कोरोना संक्रमित पाया गया। फिलहाल ये डॉक्टर क्वारंटीन हैं। डॉक्टर का मानना था कि टीके की दूसरी खुराक लेने के बाद मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं हैं। संभवत: इसी लापरवाही के चलते उन्हें टीके लगाने के बावजूद संक्रमण हुआ हैं।
बता दे कि सोमवार को जबलपुर में करीब 40 कोरोना पॉजिटव नए केस सामने आए हैं।