अंतरराष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस: गिद्ध संरक्षण में मध्यप्रदेश देश में न.1
- प्रदेश में 9 हजार 449 है गिद्ध संध्या
- आज सभी नेशनल पार्क, अभयारण्य, जू, सेंचुरी में होंगे जागरूकता कार्यक्रम
- पर्यटकों को किया जाएगा जागरूक
भोपाल/स्वाति वाणी:-
दुनिया भर में गिद्ध की संख्या लगातार कम हो रही है लेकिन मध्यप्रदेश गिद्ध संरक्षण में देश में अव्वल स्थान पर है प्रदेश में गिद्ध संरक्षण के लिए प्रयास किए जा रहे है। हर साल सितंबर में पहला शनिवार अंतरराष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल भी 04 अगस्त को विश्व भर में गिद्ध जागरुकता दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन मप्र के गिद्धों के लिए अहम दिन है। इस मौके पर इस दिन प्रदेश के नेशनल पार्क, अभयारण्य, जू, सेंचुरी में कई जागरूकता कार्यक्रम होंगे। जागरूकता कार्यक्रम के जरिए पर्यटकों को जागरूक किया जाएगा।
स्वच्छता प्रहरी पक्षी माने जाते हैं गिद्ध
बता दें कि गिद्ध स्वच्छता प्रहरी पक्षी माने जाते हैं। गिद्ध ऐसा पक्षी है जिसे हमारे इकोसिस्टम के लिए काफी अहम माना जाता है। गिद्ध मरे हुए जीव जानवरों या अन्य शवों को खाकर पर्यावरण में मृत जानवरों के शरीर से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाता है। ऐसे में इनकी उपस्थिति बहुत जरूरी है। पिछले एक दशक से इनकी संख्या में अफ्रीका, पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश की तरह भारत में भी लगातार कम हो रही है।
प्रदेश में गिद्ध की संध्या 9 हजार 449 है
वन विभाग का दावा है कि भारत के दूसरे राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश का वन विभाग गिद्ध को लेकर ज्यादा उचित कार्रवाई कर रहा है। प्रदेश में गिद्ध की संध्या 9 हजार 449 है। दुनिया में कुल 22 प्रजाति के गिद्ध पाए जाते हैं। भारत में 9 और मध्यप्रदेश में 7 प्रजाति के गिद्ध पाए जाते हैं। मध्यप्रदेश में सफेद गिद्ध, चमर गिद्ध, देशी गिद्ध, पतल चोंच गिद्ध, राज गिद्ध, हिमालयी गिद्ध, यूरेशियाई गिद्ध और काला गिद्ध की मौजूदगी मिली है।