MP Breaking : इस समय रवाना होंगी बसें ,2500 छात्रों को कोटा से लाया जाएगा वापस
Bhopal Desk
राज्य सरकार कोटा में फंसे छात्रों के लिए बस सेवा शुरू करने वाली है। इसको लेकर लगातार मीटिंग जारी है। अब सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि इन बच्चों को लाने के लिए बसें काल शाम को रवाना कि जायेंगी।
राज्य सरकार ने किया फैसला
उत्तर प्रदेश सरकार कि देखा-देखी मध्यप्रदेश कि शिवराज सरकार भी कोटा में फंसे छात्रों को लाने के लिए तत्पर दिखाई दे रही है। शिवराज सरकार ने फैसला किया है कि मध्य प्रदेश के छात्रों को लाने के लिए मंदसौर से 100 बसें भेजी जायेंगी। इन बसों से तकरीबन 2500 छात्रों को वापस लाया जाएगा।
मध्य प्रदेश के श्योपुर कलेक्टर ने कोटा कलेक्टर से छात्रों को वापस लाने के बारे में चर्चा की है। मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों के ये छात्र प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा में रह रहे थे। कोटा से मंदसौर के 45 छात्रों को वापस लाया जाएगा। शाजापुर के भी 27 छात्रों के वहां फंसे होने की जानकारी मिली है, जिन्हें वापस लाया जाएगा। भिंड के 118 छात्रों को लाने पांच बसें भेजी जाएंगी। छात्रों को लाने से पहले बसों को अच्छी तरह सैनिटाइज किया जाएगा।
मध्य प्रदेश सरकार कोटा से लाने वाले छात्रों की योजना बनाने में जुटी हुयी है. तक़रीबन दो से ढाई हज़ार छात्रों को लाने सौ बसों को तैनात करने की तैयारी हो रही है. कल शाम तक बसें रवाना होंगी..@ABPNews @vikasbhaABP @AshishSinghLIVE @ManishSharma129 @ChouhanShivraj @SanjayBragta pic.twitter.com/jCaW9jng6L — Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) April 20, 2020 “>http:// मध्य प्रदेश सरकार कोटा से लाने वाले छात्रों की योजना बनाने में जुटी हुयी है. तक़रीबन दो से ढाई हज़ार छात्रों को लाने सौ बसों को तैनात करने की तैयारी हो रही है. कल शाम तक बसें रवाना होंगी..@ABPNews @vikasbhaABP @AshishSinghLIVE @ManishSharma129 @ChouhanShivraj @SanjayBragta pic.twitter.com/jCaW9jng6L — Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) April 20, 2020
कोटा से वापस लाए जाने पर छात्रों का पहले मेडिकल चेकअप कराया जाएगा फिर घर जाने दिया जाएगा। इन छात्रों को कोटा से मध्य प्रदेश लाए जाने के बाद उन्हें उनके संबंधित जिलों तक पहुंचाने के लिए भी प्रशासन की तरफ से इंतजाम किए गए हैं। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी स्टेट रोडवेज की बसें कोटा भेजकर वहां से करीब 8000 छात्रों को वापस लाया था। इसके बाद मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने भी यह पहल की है।
एक तरफ जहां कोरोना प्रकोप से इंदौर सहित पूरे राज्य कि हालात खराब है ऐसे में सिर्फ तारीफ़ बटोरने भर के लिए कुछ ऐसा करना कितना सही है यह तो आने वाला वक़्त ही बतायेगा। बहरहाल देखना यह है कि कोटा से बच्चे वापस आते हैं या नहीं।