झारखंड की बागडोर संभालेंगे हेमंत सोरेन,कांग्रेस गठबंधन के साथ हासिल की 47 सीटें
झारखंड की बागडोर संभालेंगे हेमंत सोरेन,कांग्रेस गठबंधन के साथ हासिल की 47 सीटें
झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के हेमंत सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी को पटखनी देते हुए दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ कर लिया तो रघुवर दास का लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने का सपना करारी शिकस्त के साथ टूट गया. झारखंड चुनाव 2019 में सत्तारुढ़ बीजेपी को महज 25 सीटों पर संतोष करना पड़ा है. राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में हेमंत सोरेन की अगुवाई वाले गठबंधन ने पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है.
जानिए सीटों के हाल
1- 81 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में सबसे अंतिम परिणाम जमशेदपुर ईस्ट से आया, जिसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास चुनाव हार गए. 80 सीटों के परिणाम पहले आ गए, लेकिन इस हाई प्रोफाइल सीट पर चुनाव परिणाम आने में वक्त लगा.
2- रघुवर दास को 15833 मतों के अंतर से हार का मुंह देखना पड़ा.
3- भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को महज 25 सीटों पर संतोष करना पड़ा है. पिछली बार 2014 में हुए बीजेपी ने 72 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 37 सीटें पर जीत हासिल की थी.
4- अकेले झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) को 30 सीटों पर जीत मिली और राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, हालांकि बीजेपी की तरह जेएमएम भी एकल पार्टी के रूप में बहुमत हासिल करने का सपना पूरा नहीं कर सकी.
5- जेएमएम की सहयोगी कांग्रेस पार्टी के खाते में 16 और राष्ट्रीय जनता दल के खाते में 1 सीट आई. राज्य की इन 3 बड़ी पार्टियों के अलावा बीजेपी से अलग होकर चुनाव लड़ने वाली ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) को 2 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा.
6- जबकि 2014 में आजसू ने 8 विधानसभा सीटों पर लड़ते हुए 5 सीटों पर जीत हासिल की थी.
7- सीपीआईएम, राष्ट्रीय जनता दल और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 1-1 सीटों पर संतोष करना पड़ा.पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) को महज 3 सीटों पर जीत मिली है.