सीएम हेल्पलाइन में नहीं हो रही सुनवाई, अफसरों को मिली चेतावनी, तीन दिन में मांगा जवाब…
- प्रदेश में लगातार सामने आ रही सीएम हेल्पलाइन की दिक्कतें
- कलेक्टर ने मांगा जल्द से जल्द जवाब
भोपाल/निशा चौकसे:- प्रदेश में हमेशा सीएम हेल्पलाइन में देखा जाता है की लोगों की शिकायतों कि सुनवाई नहीं होती है. हमेशा लोग इस चीज़ से परेशान रहते हैं कि उन्हें शिकायत करने के बाद भी रिस्पांस नहीं मिलता है. बता दें कि सीएम मॉनिट और सीएम हाउस से प्राप्त होने वाले प्रकरणों का भी निराकरण नहीं करने, सीएम हेल्पलाइन एवं जनसुनवाई की शिकायतों पर भी कार्यवाही नहीं करने पर कलेक्टर ने विभाग प्रमुखों को जमकर फटकार लगाई. सीएम हेल्पलाइन के पत्रों पर लापरवाही बरतने वाले 35 अफसरों को कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने नोटिस जारी करते हुए 3 दिन में जवाब मांगा है. जवाब नहीं देने पर एकपक्षीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
कलेक्टर ने मांगा जवाब
कलेक्टर ने टीएल बैठक में सीएम हेल्पलाइन से जुड़ी शिकायतों के निराकरण की समीक्षा में पाया कि सितम्बर में सम्बंधित अफसरों ने शिकायतों को तवज्जो नहीं दी, जिससे एल-2 की स्थिति बन गई. कलेक्टर ने तहसीलदार, कई विभागों के चीफ इंजीनियर, कृषि विभाग व जिले के कई अफसरों से जल्द से जल्द जवाब मांगा है. साथ ही बैठक में सभी एसडीएम को प्राईवेट आईटीआई, स्कूल, नर्सिंग होम के निरीक्षण करने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए. उन्होने जिलास्तरीय अधिकारियों को भी अपने विजिट के दौरान विद्यालयों में संचालित नेस की गतिविधियों का निरीक्षण करने की बात कही. स्वामित्व योजना की प्रगति का रिव्यू भी टीएल मीटिंग में कलेक्टर के द्वारा किया गया.