फ्रांस के मीडिया हाउस ने कहा, PM मोदी की वजह से देश में खौफनाक मंज़र
फ्रांस के मीडिया हाउस ने कहा, PM मोदी की वजह से देश में खौफनाक मंज़र
नई दिल्ली:- विदेशी मीडिया लगातार भारत के कोरोना काल की स्थिति बयान कर रहा है. एक समय वह था जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे तो विदेशी मीडिया में उनकी जमकर चर्चा थी और एक समय यह है जब कोरोना भारत में अपना पैर पसारता जा रहा है तो फिर पीएम मोदी एक बार फिर से विदेशी मीडिया के फ्रंट पेज पर नजर आ रहे हैं.
कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह से चौपट हुई चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है लोग मर रहे हैं ऑक्सीजन की किल्लत बेड की किल्लत हर तरफ है.
लगातार विदेशी मीडिया इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नकारा पन कह रही है. हालिया उदाहरण फ्रांस के न्यूज़पेपर ले मोंडे (Lè Mondè) का है जिसमें देश के केंद्र सरकार के बारे में कई बिंदुओं पर स्थितियां उजागर की गई.
हर रोज 3.5लाख कोरोना मरीज और 2000 से ज़्यादा मौते, यकीनन यह स्थिति खतरनाक वायरस की वजह से है पर इसके पीछे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़बोले पन और घमंड का बड़ा हाथ है
दुनिया भर में वैक्सीन को एक्सपोर्ट करने का ढिंढोरा पीटा गया पर 3 महीने बाद भारत देश की स्थिति बिगड़ गई
विदेशी रिपोर्ट में यह बात भी कही गई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस जगह पर वैक्सीनेशन को ज्यादा महत्व दिया जहां पर चुनाव थे. जहां से राजनैतिक फायदे मिले वहां पर वैक्सीनेशन को प्राथमिकता दी गई न की जरूरत के मुताबिक और उसका नतीजा यह हुआ कि अभी तक बमुश्किल 10% आबादी को वैक्सीन मिली है. इसे देखकर ऐसा कह सकते हैं कि शायद 2023 तक भी वैक्सीनेशन पूरा ना हो.
मेडिकल सिस्टम को लेकर सिर्फ भाषण बाजी की गई. बेवजह के राजनैतिक उत्सव किए गए. जिन राज्यों में चुनाव थे उन जगहों पर रैलियां की गई. महाकुंभ को अनुमति दी गई और परिणाम यह हुआ कि यह जगह कोरोना के हॉटस्पॉट बन गए.
चुनावों में भीड़ को संबोधित किया खुद भी मास्क नहीं लगाया और ना ही लोगों ने नियमों का पालन किया.
फ्रांस के मीडिया के अलावा अन्य कई देशों के मीडिया हाउसेस लगातार भारतीय कोरोना स्थिति को लेकर रिपोर्ट छाप रहे हैं.