मुसीबत में घिरे पूर्व मंत्री गोविंद सिंह, कांग्रेस के प्रदेश अनुशासन समिति के पास पहुंच गया ये मामला
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व मंत्री गोविंद सिंह लगातार मुसीबत के घेरे में घिरते हुए नज़र आ रहे हैं। दरअसल, हालही में मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में पूर्व मंत्री गोविंद सिंह पर आरोप लगे थे की उन्होंने भाजपा के पक्ष में काम किया। जिसकी वजह से कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे की हार हुई। इसके बाद उनके खिलाफ पार्टी के लोगों द्वारा निंदा प्रस्ताव पारित किया गया था।
मालूम हो की भिंड जिला अध्यक्ष जय श्रीराम बघेल ने पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह पर इन आरोपों की बौछार की थी। भिंड जिला अध्यक्ष श्रीराम बघेल का आरोप था उपचुनाव में गोविंद सिंह ने बीजेपी का पक्ष लिया। इसके बाद उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया था।
जिसके बाद मामले को तूल पकड़ते ही पीसीसी चीफ कमलनाथ ने जिलाध्यक्ष से रिपोर्ट मांगी थी।
रिपोर्ट में कहा गया कि मेहगांव विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को हराने के लिए पार्टी नेताओं की ही संलिप्तता रही थी। इसके साथ ही लहार विधानसभा की मेहुना नगर पंचायत अध्यक्ष शिव मोहन सिंह और जनपद अध्यक्ष गोपाल सिंह और राहुल भदोरिया पर भी आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में बूथ कैप्चरिंग करवाई।
अब यह मामला कांग्रेस के प्रदेश अनुशासन समिति के पास पहुंच गया हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही अनुशासन समिति द्वारा बैठक प्रस्तावित किया जाएगा और इस मामले की चर्चा की जाएगी।
बता दे कि उपचुनाव में करारी शिकस्त झेलने के बाद पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पार्टी नेताओं पर एक्शन लेने का काम किया था। जहां पार्टी के विरुद्ध गतिविधि करने वाले एवं भितरघात में शामिल लोगों को चिन्हित किया गया था।