बीजेपी के 350 कार्यकर्ताओं पर FIR , इंदौर की जनता से माफ़ी मांगे कैलाश विजयवर्गीय :-जीतू पटवारी
इंदौर /गरिमा श्रीवास्तव :-बता दें की बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भूमाफिया के खिलाफ कार्यवाही पर रोक लगाने की बात की थी ,साथ ही साथ उन्होंने इंदौर में आग लगाने की बात भी की थी। जिससे विपक्ष को कैलाश विजयवर्गीय पर निशाना साधने का एक और मौका मिल गया।
हांलाकि उनके इस धमकी के बाद सांसद,विधायक सहित बीजेपी के 350 कार्यकर्ताओं पर FIR की गयी है। और उचित कार्यवाही होने की भी पुष्टि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा की गई है।
कांग्रेस विधायक और कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवारी का बड़ा बयान सामने आया है उन्होंने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय को अपने इस बयान के लिए इंदौर की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए। इंदौर में आग लगाने की बात उनके ज़हन में आना ही एक अपराध है।
इंदौर शहर ने कैलाश को सब कुछ दिया , साथ ही उनके बेटे को भी विधायक बनाया और उसी शहर में आग लगाने की भावना बिलकुल गलत है।
जीतू पटवारी ने कहा कि अपराध और माफिया पूरे देश के दुश्मन हैं और उनपर हर हाल में करवाई होनी ही चाहिए। तभी देश विकाशील देश से विकसित देश की तरफ रुख करेगा।
ये कमलनाथ की सरकार है। ये किसी भी रूप में किसी के दबाव में आने वाली नहीं है, प्रदेश को माफिया मुक्त बनाने के लिए हर प्रयास किये जा रहे हैं जिसमे हर पार्टी को सहयोग देना चाहिए न कि माफिया पर होने वाली कार्यवाही को रोकने की बात करनी चाहिए। इसीलिए माफिया पर कार्रवाई जारी रहेगी।
बताते चलें कि भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय सहित बीजेपी नेताओं ने कमिश्नर के घर के बाहर धरना दिया था। इस मामले में पुलिस-प्रशासन ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, नगर अध्यक्ष गोपी नेमा समेत 350 भाजपाइयों पर FIR दर्ज की है। उसके बाद पूरे प्रदेश की राजनीति उबल पड़ी है।
जानना यह बेहद दिलचस्प होगा कि आखिर क्यों कैलाश विजयवर्गीय भू- माफिया पर कार्यवाही नहीं होने देना चाहते ?
क्या वह इंदौर की जनता से अपने बयान के लिए माफ़ी मांगेंगे या नहीं ?
क्या माफियों से इनका कोई ख़ास सम्बन्ध है या फिर कुछ और ?