मुरैना :- जिला अस्पताल में फर्ज़ी डॉक्टर हुआ गिरफ्तार

मुरैना :- जिला अस्पताल में फर्ज़ी डॉक्टर हुआ गिरफ्तार
- अंबाह अस्पताल में 5 महीने से कर रहा था नौकरी
मुरैना /निकिता सिंह : 12 वी पास युवक जिसे डॉक्टर बनने की जिद ने दोषी बना दिया। पड़ने में कमजोर होने के कारण नहीं बन पाया था डॉक्टर जिसके कारण उसने फर्जी डॉक्यूमेंट बनाके अंबाह अस्पताल में 5 महीने तक जनता व डॉक्टर को बेवकूफ बनाके नौकरी की। जिसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। केस दर्ज होने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। लेकिन जेल से छूटने के बाद भी उसका डॉक्टर बनने का सपना कम नहीं हुआ।
फर्जी मेडिकल ऑफिसर की आइडी लेकर मुरैना के जिला अस्पताल पहुंच गया। जहा 7 दिन तक मरीजों की सेवा की और भर्ती मरीजो का इलाज भी करता रहा। वहा काम करने वाली नर्सो को डाटते हुए कहा की नर्स फाइल ले के आओ कुछ दिन तक ऐसे ही चलता रहा। जिसके बाद वहा काम करने वाली नर्स को उस पर शक हुआ। जिसके बाद नर्स ने उसकी सूचना मेडिकल विशेषज्ञ डॉ. योगेश तिवारी और आरएमओ डॉ. धर्मेंद्र गुप्ता को दे दी। जिसके बाद इस फर्जी डॉक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और धारा 420 लगाकर उसपर केस दर्ज किया। ओपीडी में आने वाले मरीजों के पर्चे देखकर कभी उनके ऊपर रौब झाड़ता। तो कभी वार्डों में ड्यूटी करने वाली नर्सों को डॉक्टर बनकर हड़काता। अचानक नए डॉक्टर को देखकर वहां की नर्सें भी हैरात थीं।
फर्जी आईडी से हुआ पर्दाफाश
फर्जी डॉक्टर संजय सिंह माहौर वहा के नर्सो पर ज्यादा ही रॉब दिखता था जिसको देख कर वहा के लोगो को अजीब लगता था। की ऐसा तो कोई डॉक्टर नहीं करते चेकिंग के दौरान उसके जेब में फ़र्ज़ी आईडी कार्ड बरामद हुआ जिससे वह पकड़ा गया।